नई दिल्ली। अब तक देश में 400 से अधिक डॉक्टरों की जान जा चुकी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक सबसे ज्यादा दिल्ली में डॉक्टरों की इस महामारी से जान गई है। IMA के हवाले से एक डेटा जारी किया है। इसमें अभी तक कोरोना महामारी से 420 डॉक्टरों की जान जाने की बात कही गई है। इसमें सबसे ज्यादा दिल्ली में 100 डॉक्टरों की इस संक्रमण से मौत हो रही है। देश में जारी स्वास्थ्य व्यवस्था और डॉक्टरों की कमी के बीच ये आंकड़े निश्चित तौर पर सरकार को परेशान कर सकती है। बीते दिनों जो आंकड़े जारी किए गए थे, उसमें सबसे ज्यादा डॉक्टरों की मौत बिहार में हो रही थी। आपको बता दें कि बिहार पहले से ही खराब स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर और डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की कमी जैसी संकट से जूझ रहा है। बीते दिनों ट्विटर पर बिहार की खराब स्वास्थ्य के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एक अभियान चलाया गया थ। इस दौरान लोगों ने जो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दरभंगा स्थित डीएमसीएच की जो तस्वीर शेयर की थी, वह राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने की लिए काफी थी।
एलोपैथी के खिलाफ रामदेव के बयान पर IMA सख्त
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने योग गुरु बाबा रामदेव के उस बयान पर अपना नाराजगी जाहिर की है, जिसमें उन्होंने एलोपैथी के खिलाफ बोला है. इसके साथ ही आईएमए ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से रामदेव के ऊपर कार्रवाई करने की भी मांग की है. दरअसल सोशल मीडिया पर रामदेव का एक वीडियो चल रहा है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर एलोपैथी के खिलाफ बोला है. मेडिकल एसोसिएशन ने इसी संदर्भ में शनिवार को एक प्रेस रिलीज जारी किया है. आईएमए ने मांग की है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री या तो उनके आरोपों को मानते हुए आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को खत्म कर दे या फिर उनके ऊपर महामारी रोग अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए और मुकदमा चलाया जाए।