- नया वेरिएंट B.1.617 हर दिन लाखों लोगों को बना रहा अपना शिकार
- भारत में अक्टूबर महीने में ही पाया गया था
नई दिल्ली। भारत में कोरोना विस्फोट की वजह सामने आ गई है। रोजाना 4 लाख से अधिक कोरोना के केस मिल रहे हैं. लगभग 4 हजार लोग इस बीमारी की वजह से काल गाल में समा रहे हैं। भारत में लगातार कोरोना के बढ़ते मामले के पीछे की कई वजह बताई जा रही है। कुछ लोगों का कहना है कि यहां लापरवाही बड़े पैमाने पर बरती गई। जिसकी वजह से कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन की टॉप वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि भारत में कोरोना विस्फोट के पीछे की वजह इस वायरस का नया वेरिएंट है, जो बहुत ही ज्यादा संक्रामक और जानलेवा है। भारतीय शिशु रोग विशेषज्ञ और डबल्यूएचओ की टॉप वैज्ञानिक डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट B.1.617 जो कि भारत में अक्टूबर महीने में पाया गया था, वही अब भारत में कोरोना विस्फोट का सबसे बड़ा कारण है। यही नया वेरिएंट अब देश में हर दिन लाखों लोगों को अपना शिकार बना रहा है और यह जानलेवा साबित हो रहा है। इसके अलावा उन्होंने भारत में टीकाकरण की धीमी रफ्तार को भी वजह माना है।
नया वेरिएंट शरीर में एंटीबॉडी बनाने से रोकता है
समाचार एजेंसी एएफबी को दिए इंटरव्यू में डॉ. सौम्या स्वामीनाथ ने चेताते हुए सुझाव दिया कि भारत में कोरोना विस्फोट से बचने का उपाय केवल टीकाकरण अभियान में तेजी लाना। उन्होंने कहा कि भारत में पाये जाने वाला कोरोना का यह वैरिएंट काफी खतरनाक, जो कि यह शरीर में एंटीबॉडी बनाने से भी रोकता है और पुराने वेरिएंट के मुकाबले काफी तेजी से म्यूटेट करता है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और अमेरिका भी इस वेरिएंट को काफी गंभीरता से ले रहे हैं।
यह भूल है कि कोरोना चला गया
उन्होंने भारत में कोरोना विस्फोट के पीछे लोगों की लापरवाहियों को भी कसूरवार माना है। बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा होना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होना भी इस विस्फोट के कारण हैं। डॉ. स्वामीनाथन की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी और अन्य राजनेताओं द्वारा आयोजित बड़े पैमाने पर चुनावी रैलियां भी इसके लिए जिम्मेदार है। रैली में जुटी भीड़ ने भी कोरोना के प्रसार में मदद की। इसके अलावा, भारत में कई लोगों का यह मानना कि संकट टल गया है, यह भी बड़ी भूल है। क्योंकि काफी लोगों ने मास्क पहनना छोड़ दिया और बचाव के तरीकों का भी पालन नहीं किया, जिसकी वजह से कोरोना आसानी से फैलता चला गया।