शराब नीति पर उठ रहे सवाल: एलजी सक्सेना ने दिया फिर जांच का आदेश

शराब नीति पर उठ रहे सवाल: एलजी सक्सेना ने दिया फिर जांच का आदेश

दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर काली सूची में डाली गई एक फर्म को आबकारी लाइसेंस देने पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जांच का आदेश दिया है। उपराज्यपाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव से इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है।  सूत्रों  के हवाले से दी गई खबर में कहा गया है कि उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव से इससे जुड़ी जानकारी की रिपोर्ट की फाइल को 15 दिन में  देने को कहा गया है।

बता दें कि हाल ही में उपराज्यपाल ने दिल्ली के एक्साइज पॉलिसी की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। अब काली सूची में डाली गई फर्म से साथ सांठगांठ के आरोप से दिल्ली सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली है। गौरतलब है कि, पिछले दिनों मुख्य सचिव की मांग पर ही उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।

दूसरे मामले से जुड़ी रिपोर्ट न्यायविदों, वकीलों और वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े एक संगठन ने शिकायत की है। जिस पर उपराज्यपाल ने 15 दिन के भीतर इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब लाइसेंस देने घोर अनियमितताओं की अनदेखी की गई है। हालांकि, यह किस संगठन द्वारा शिकायत की गई है, इसके बारे में नहीं बताया गया है। बताया जा रहा है कि संगठन खुद अपना नाम उजागर नहीं करना चाहता। संगठन के हवाले से कहा गया है कि नाम उजागर होने पर धमकियां और उत्पीड़न किया जा सकता है।

संगठन की शिकायत में कहा गया है कि शराब लाइसेंस देने में घोर अनियमितता की गई है। इसमें गुटबाजी,ब्लैक लिस्ट में रखी गई फर्म को लाइसेंस दिया गया है। इतना ही नहीं शिकायत में यह भी कहा गया कि वर्तमान में जो पॉलिसी लाई गई है इससे एकाधिकार को भी बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब है कि इससे पहले भी दिल्ली सरकार द्वारा लाई गई नई एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी को देखते हुए उपराज्यपाल इसकी जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर चुके है। उपराज्यपाल ने यह सिफारिश दिल्ली के मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर की है। इसमें दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की भूमिका पर सवाल उठाया गया है।

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