लखनऊ। भाजपा ने एक फिर यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में अपना परचम लहराया है। भाजपा ने सोनिया गांधी का गढ़ कहे जाने वाली रायबरेली और सपा का गढ़ मैनपुरी में डंका बजाया है। बीजेपी ने प्रदेश के 75 जिलों में से 65 पर सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि समाजवादी पार्टी ने केवल 6 सीटें ही जीत पाई है। अन्य के खाते में चार हैं। रायबरेली में भाजपा प्रत्याशी रंजना चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी आरती सिंह को आठ वोटों से पराजित कर दिया है। जबकि बीजेपी ने बुंदेलखंड में सातों सीटों को अपने पाले में करने रही। सात सीटों पर चार पर भाजपा के निर्विरोध प्रत्याशी चुने गए बाकी की बची तीन सीटें भी भाजपा नेकब्जा लीं।
सोनिया गांधी के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली जिले में भाजपा ने अपना जिलाध्यक्ष बनाया है। यहां भाजपा प्रत्याशी रंजना चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी को आठ वोटों से हरा दिया। भाजपा प्रत्याशी को 30 तो कांग्रेस प्रत्याशी आरती सिंह को 22 वोट मिले हैं। लखनऊ में भाजपा की आरती रावत बनीं जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं। आरती ने 14 मत पाकर सपा की विजय लक्ष्मी को हराया। उन्हें 11 मत मिले। कुल 25 जिला पंचायत सदस्य ने वोट डाले। सिद्धार्थनगर जिले में भी भाजपा का कब्जा। शीतल सिंह बनी जिला पंचायत अध्यक्ष। यहां भाजपा प्रत्याशी ने सपा की पूजा यादव को हराया। बस्ती में भाजपा के संजय चौधरी बने जिला पंचायत अध्यक्ष। संजय ने सपा के वीरेंद्र चौधरी को हराया।
ब्रज में पांच जगह भाजपा का कब्जा। एक पर पर सपा ने फहराया परचम। आगरा में भाजपा की डॉ. मंजू भदौरिया पहले ही निर्विरोध निर्वाचित। मथुर में भाजपा के किशन सिंह ने रालोद के राजेंद्र सिकरवार को हराया। फिरोजाबाद में भाजपा की हर्षिता सिंह ने सपा की रुचि यादव को हराया। मैनपुरी में भाजपा की अर्चना भदौरिया ने सपा की मनोज यादव को हराया। एटा में सपा की रेखा यादव ने भाजपा की विनीता यादव को हराया। कासगंज में भाजपा के रत्नेश कश्यप ने सपा की समर्थ यादव को हराया। चंदौली में भाजपा प्रत्याशी दीनानाथ शर्मा अध्यक्ष बने। दीनानाथ शर्मा को 30 वोट मिले। सपा के तेजनारायण यादव मात्र 05 वोट पर सिमटे। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर पहली बार भाजपा को जीत मिली है। बरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा का कब्जा। भाजपा की रश्मि पटेल ने सपा की विनीता गंगवार को हराया। भाजपा को 40 तो समाजवादी पार्टी को 19 वोट मिले। प्रदेश के 22 जिलों में मतदान नहीं होगा क्योंकि इन जिलों में से हर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मैदान में एक ही उम्मीदवार बचा है और उसे निर्विरोध विजेता घोषित किया जा चुका है। इनमें से 21 जिलों में भाजपा और इटावा में सपा के उम्मीदवार निर्विरोध विजयी घोषित हुए हैं।
75 में 67 सीटों पर मिली प्रचंड जीत, डिप्टी सीएम बोले- SP साफ, BJP टॉप
53 जिलों में शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान हुआ. वहीं इससे पहले इटावा छोड़कर 21 सीटों पर बीजेपी निर्विरोध चुनाव जीत चुकी है.जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक वोटिंग हुई थी. बीजेपी को मिली इस प्रचंड जीत पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि योगी की लोकप्रियता, उनकी नीति, मोदी जी की लोकप्रियता और उनकी योजनाओं, नेताओं कार्यकर्ताओं का समर्थन, परिश्रम की वजह से बीजेपी को जीत मिली है. मौर्या ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, एसपी साफ, बीजेपी टॉप. वहीं योगी ने कहा कि ये लोगों का सुशासन के प्रति विश्वास है।
इन 53 सीटों पर हुआ मतदान
शनिवार को उत्तर प्रदेश में चंदौली, हापुड़, सुलतानपुर, मिर्जापुर, रायबरेली, मथुरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, हमीरपुर, मुजफ्फरनगर, सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, उन्नाव, हरदोई, संभल, बस्ती, फतेहपुर, शामली, अलीगढ़, जौनपुर, कासगंज, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर, एटा, अयोध्या, रामपुर, सीतापुर, औरैया, महोबा, फतेहपुर, कानपुर नगर, कुशीनगर, मैनपुरी, प्रतापगढ़, कन्नौज, जालौन, महराजगंज, संत कबीरनगर, लखीमपुर, बदायूं, प्रयागराज, अमेठी, भदोही, बाराबंकी, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, अंबेडकरनगर, बरेली, कौशांबी, हाथरस, देवरिया और लखनऊ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान हुआ.