बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। गंडक कोसी, बागमती, महानंदा में आई बाढ़ के कारण 16 जिलों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इन 16 जिलों में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा और सारण के 55 प्रखंडों के 269 ग्राम पंचायतों 9 लाख 90 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
बता दें कि कोसी तटबंधन में करीब 80 हजार लोग फंसे हुए हैं।10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। तटबंधों की निगरानी के लिए 106 इंजीनियरों की टीम तैनात की गई है। वही दूसरी मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड क्षेत्र के भदाई बसंत मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। इस कारण आवागमन पूरी तरह ठप हो चुका है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और मंत्री विजय कुमार चौधरी की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का का निरीक्षण कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है। राज्य में बाढ़ विभीषिका को लेकर चिराग पासवान बाढ़ पीड़ितों के बीच घूम रहे हैं ताकि पीएम और सीएम को जमीनी जानकारी दी जा सके। उन्होंने कहा कि पीएम और सीएम खुद बाढ़ पीड़ितों के लिए काफी चिंतित हैं।
मोतिहारी के सरेया पंचायत के लोकनाथपुर में गंडक नदी पर बना रिंग बांध ध्वस्त हो चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि बांध की मरम्मत और मजबूत करने के कार्यों में लापरवाही बरती गई थी। इस कारण ऐसा हुआ है। पहले भी बांध की कमजोर स्थिति को लेकर चेतावनी दी गई थी।
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