विदेश मंत्रालय ने रूस के उस दावे को ख़ारिज कर दिया है, जिसमें यह कहा गया है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाया गया। इस दावे विदेश मंत्रालय में कहा है कि उसे ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है जिसमें यह कहा गया हो कि भारतीय नागरिकों को बंधक बनाया गया है। मंत्रालय ने इसे कोरा अफवाह बताया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमें किसी भी छात्र के बंधक बनाये जाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। हमने खार्किव और पड़ोसी क्षेत्रों से भारतीय छात्रों को देश के पश्चिमी भाग में ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने के लिए यूक्रेन के अधिकारियों से कहा गया है।
बागची ने बताया कि यूक्रेन में हमारा दूतावास यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है। हम यूक्रेनी अधिकारियों की मदद से कई भारतीय छात्र खार्किव से निकल चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों की निकासी के लिए सरकार रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा आदि देशों के सम्पर्क में है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बड़ी संख्या में निकाला गया है।
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