कश्मीर में सेना के पूर्व अधिकारी की आतंकी​​ हमले में मौत!,पत्नी और बच्चे घायल!

​सीएम उमर अब्दुल्लाह की सरकार के बनने से लेकर अब तक कई बार ऐसे हम​लों​ की ख़बरें सामने आ चुकी हैं चाहे वो श्रीनगर के बज़र में बॉम्ब विस्फोट हो या आतंकी हमले, सरकार की नाकामी साफ़ दिखाई दे रही है​|​

कश्मीर में सेना के पूर्व अधिकारी की आतंकी​​ हमले में मौत!,पत्नी और बच्चे घायल!

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कश्मीर के कुलगाम जिले में एक बार फिर से दहशत का माहौल है|सोमवार देर रात कुलगाम जिले में पूर्व आर्मी अफसर और उनकी पत्नीपर आतंकी हमला होने की खबर आयी|कुलगाम के बेहीबाग़ में पूर्व सेना​ अधिकारी मंज़ूर अहमद वगय और उनके परिवार पर इस बर्बर हमले के बाद से अब्दुल्लाह सरकार सवा​लों के कटघरे में खड़ी है|
भारतीय सेना से बातचीत में पता चला की गोली लगने से पूर्व सेना​ अधिकारी को वीरगति प्राप्त हुई​, लेकिन उनकी पत्नी और बच्ची सुरक्षित हैं|सेना का यह कहना है कि आतंकवादियों की वजह से कश्मीर की सुरक्षा और शांति पर आये दिन सवाल उठते रहते हैं|ऐसे में मौजूदा सरकार के वायदे इन दिनों कुछ कमज़ोर पड़ते नज़र आ रहे हैं क्योंकिउनकी सुरक्षा की सभी तैयारियां और प्रतिबद्धता में नियत की कमी साफ़ झलक रही है|
​सीएम उमर अब्दुल्लाह की सरकार के बनने से लेकर अब तक कई बार ऐसे हमलों​ की ख़बरें सामने आ चुकी हैं चाहे वो श्रीनगर के बज़र में बॉम्ब विस्फोट हो या आतंकी हमले, सरकार की नाकामी साफ़ दिखाई दे रही है|
केंद्र सरकार के प्रयासों से 2019 से लेकर 2024 के चुनाव होने तक कश्मीर में ऐसी हमलो पर रोक लग चुकी थी, लेकिन मौजूदा सरकार के सत्ता में आते ही ये घटनाएं फिर से बढ़ गयी हैं|गौर करने की बात है कि जहा फ़ौज सुरक्षित न हो वहां जनता की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी कैसी पूरी करेगी|अब्दुल्लाह सरकार? मौजूदा सरकार के निर्वाचित होने पर कई विशेषज्ञों ने चिंता जताई थी कि सुरक्षा का मुद्दा ढीला पड़ सकता है और उसके परिणाम कुछ महीनो में ही देखने को मिल गए हैं|
राजनीतिक रूप से सभी पार्टियां एक दूसरे पर सवाल उठा रही हैं​, लेकिन जनता के मुद्दे पर चर्चा करने को कोई तैयार नहीं है|उमर अब्दुल्ला सरकार की नाकामयाब कोशिश और कांग्रेस की बढ़ती कड़वाहट कश्मीर के विकास को क्या मोड़ देती है ये तो वक़्त ही बताएगा​, लेकिन फिलहाल भारत सरकार के प्रयासों से यह उम्मीद की जा सकती है कि कश्मीर के सभी क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी और सर्च ऑपरेशन के ज़ोर पकड़ने से जल्द से जल्द ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा|
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