​फॉक्सकॉन करेगी करीब 8 हजार करोड़ का निवेश, 50 हजार रोजगार की संभावना !

फॉक्सकॉन का नया प्लांट बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 300 एकड़ की जगह पर बनाया जाएगा। इस कंपनी का भारत में सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगने जा रहा है​।​ ​​इससे अगले 10 वर्षों में लगभग 1 लाख नौकरियां ​निर्माण​ ​होने की उम्मीद है। ​

​फॉक्सकॉन करेगी करीब 8 हजार करोड़ का निवेश, 50 हजार रोजगार की संभावना !

Foxconn will invest about 8 thousand crores, possibility of 50 thousand employment

आईफोन की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन बेंगलुरु में प्लांट लगाएगी। फॉक्सकॉन इसके लिए कर्नाटक सरकार से बातचीत कर रही थी। आखिरकार कर्नाटक सरकार ने फॉक्सकॉन कंपनी के लिए यह प्लांट लगाने का रास्ता साफ कर दिया है। कर्नाटक सरकार ने 8 हजार करोड़ रुपए के निवेश से बनने वाले आईफोन मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है।
मोबाइल फोन निर्माण इकाई ​:मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता वाली राज्य उच्च स्तरीय अनुमोदन समिति ने माननीय उच्च प्रौद्योगिकी समूह (फॉक्सकॉन) की ​​मोबाइल फोन निर्माण इकाई को मंजूरी दे दी है। सरकार का अनुमान है कि इससे लगभग 50,000 नौकरियां पैदा होंगी। फॉक्सकॉन का नया प्लांट बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 300 एकड़ की जगह पर बनाया जाएगा। इस कंपनी का भारत में सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगने जा रहा है​ ​इससे अगले 10 वर्षों में लगभग 1 लाख नौकरियां निर्माण​ ​होने की उम्मीद है।
ग्लोबल सप्लाई चेन में अहम भूमिका ​: फॉक्सकॉन के अध्यक्ष यंग लियू के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बैंगलोर का दौरा किया। इन चर्चाओं के दौरान कंपनी और राज्य सरकार के बीच एक समझौता हुआ। फॉक्सकॉन भारत में उत्पादन का विस्तार करने की इच्छुक है। घरेलू स्मार्टफोन बाजार में आईफोन की भारी मांग है। इसके अलावा भारत में बने आईफोन का अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात भी किया जाता है। चीन के अलावा भारत भी ​​ग्लोबल सप्लाई चेन में अहम भूमिका निभा रहा है।
फॉक्सकॉन की वर्तमान में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विनिर्माण इकाइयां हैं। अब इसमें बेंगलुरु शहर का नाम भी जुड़ने जा रहा है। उच्च स्तरीय समिति ने 10 नए, 5 विस्तारित और 3 अतिरिक्त निवेश के साथ 75,394 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। राज्य सरकार का मानना है कि इससे 77,606 नई नौकरियां पैदा होंगी।
यह भी पढ़ें-​

आखिर अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने क्यों की BJP की तारीफ़? कहा….       

Exit mobile version