गाज़ा पट्टी में मुश्किल से तीन हफ़्ते पहले लागू हुए संघर्षविराम के बाद फिर एक बार हिंसा भड़क उठी है। राफा में हमास द्वारा इज़रायली सैनिकों पर गोलीबारी के बाद इज़राइल ने मंगलवार (28 अक्तूबर) देर रात गाज़ा शहर और दक्षिणी गाज़ा के कई इलाकों में तीव्र हवाई हमले किए। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा परामर्श के बाद सेना को तुरंत और शक्तिशाली जवाबी कार्रवाई के निर्देश दिए।
इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि यह हमला हमास के उन ठिकानों पर किया गया जो दक्षिणी गाज़ा में सक्रिय थे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सेना को तुरंत गाज़ा पट्टी पर शक्तिशाली हमले करने के निर्देश दिए हैं।” सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई हमले के जवाब में की गई जिसमें हमास के स्नाइपर ने एक इज़रायली रिज़र्विस्ट सैनिक योना एफ्राइम फेल्डबाम की हत्या कर दी थी।
हमास-समर्थित गाज़ा सिविल डिफेंस ने दावा किया कि इन हवाई हमलों में अब तक कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है, जिनमें खान यूनिस में एक कार में सवार 5 लोग, सबरा मोहल्ले में एक इमारत में 4 लोग और बुरेज़ शरणार्थी शिविर में 5 नागरिक शामिल हैं। गवाहों के अनुसार, 28 अक्टूबर की शाम को गाज़ा के केंद्र और दिर अल-बालह के पूर्वी हिस्से में जोरदार धमाके सुने गए। 29 अक्टूबर की सुबह तक इज़रायली विमानों ने कई बार हमले किए।
इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने कहा, “हमास ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। उसने राफा में हमारी सेना पर उस क्षेत्र में हमला किया जो पीस एग्रीमेंट के तहत ‘येलो लाइन’ के पूर्व इज़राइल के नियंत्रण में आता है। यह संघर्षविराम का स्पष्ट उल्लंघन है।” उन्होंने आगे जोड़ा कि हमास ने अपने असली चेहरे दिखा दिए हैं और अब भी कई बंदियों की जानकारी छिपा रहा है।
इज़रायली सरकारी प्रवक्ता डेविड मेंसर ने कहा, “इस समझौते की पहली शर्त थी कि सभी बंदियों को पहले दिन ही रिहा किया जाएगा। लेकिन अब भी हमारे 13 नागरिक मारे जा चुके हैं और कई बंदी हैं। यह संघर्षविराम नहीं है अगर हमारी सेना पर गोली चलाई जा रही है।”
NBC News के अनुसार, एक वरिष्ठ इज़रायली अधिकारी ने कहा कि “इज़राइल इस टकराव को समझौते का उल्लंघन नहीं मानता।” उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जारेड कुशनर, जिन्होंने शांति समझौते का मसौदा तैयार किया था, नेतन्याहू से लगातार संपर्क में हैं।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़राइल की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा,“इज़राइल ने जवाब दिया, और जब ऐसा होता है तो उन्हें जवाब देना ही चाहिए। हमास शांति प्रक्रिया का बहुत छोटा हिस्सा है। अगर वे अच्छे रहेंगे तो खुश रहेंगे, और अगर नहीं रहेंगे तो समाप्त कर दिए जाएंगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “गाज़ा में संघर्षविराम खतरे में नहीं है।”
उप राष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने कहा कि 10 अक्टूबर से लागू संघर्षविराम अब भी प्रभावी है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ने मध्य पूर्व में ऐतिहासिक शांति स्थापित की है। हमास या कोई और गुट बीच-बीच में छोटी झड़पें कर सकता है, लेकिन यह शांति बनी रहेगी।” ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले 19 अक्टूबर को भी राफा में दो इज़रायली सैनिकों की मौत के बाद इज़राइल ने गाज़ा में इसी तरह के हवाई हमले किए थे। अब एक बार फिर तनाव बढ़ने से ‘ट्रंप-प्रायोजित’ शांति समझौते की स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं।
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