बांग्लादेश का अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस एक बार फिर भारत के खिलाफ साजिश करने के लिए सुर्खियों में है । यूनुस हाल ही में पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा से मुलाकात के दौरान एक ऐसी किताब भेंट की, जिसके कवर पर ग्रेटर बांग्लादेश का विवादित नक्शा बना है, जिसमें असम समेत भारत के सातों पूर्वोत्तर राज्य बांग्लादेश का हिस्सा दिखाए गए हैं।
पाकिस्तान के ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी के अध्यक्ष जनरल मिर्ज़ा ने बांग्लादेश का दौरा किया तब यह मुलाकात ढाका में हुई। 1971 के मुक्ति युद्ध के बाद दोनों देशों के संबंध हमेशा तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन हाल के महीनों में दोनों के बीच रिश्तों में करीबी आई है।
यूनुस ने रविवार (26 अक्तूबर)को अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं। तस्वीरों में यूनुस ‘आर्ट ऑफ ट्रायम्फ (Art of Triumph)’ नामक किताब जनरल मिर्ज़ा को देते नजर आए। इसी किताब के कवर पर वह नक्शा है, जिसने सोशल मीडिया पर भारत विरोधी विवाद खड़ा कर दिया। नक्शे में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश की सीमा में दिखाया गया है, जिसे कई कट्टरपंथी इस्लामी समूहों द्वारा प्रचारित ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ विचारधारा से जोड़ा जा रहा है।
इस पोस्ट के बाद यूनुस की आलोचना भारत सहित कई जगहों पर होने लगी। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने अब तक इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। 2024 में लोकतान्त्रिक शेख हसीना सरकार के तख्तापलट और छात्र आंदोलन के बाद अंतरिम सरकार के रूप में सत्ता संभालने के बाद से ही यूनुस का रुख भारत विरोधी और चीनपाकिस्तान समर्थक माना जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर को लेकर विवादित बयान दिया हो। अप्रैल में चीन दौरे पर यूनुस ने कहा था कि भारत के सातों पूर्वोत्तर राज्य लैंडलॉक्ड (स्थल-आवेष्ठित) हैं और बांग्लादेश ही उनके लिए सागर का एकमात्र रक्षक है। साथ ही यूनुस ने चीन से मांग कर कहा, कि वह इस क्षेत्र में अपना आर्थिक प्रभाव बढ़ाए।
भारत ने उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पूर्वोत्तर को भारत की रणनीतिक और कनेक्टिविटी हब के रूप में रेखांकित करते हुए कहा था कि यह BIMSTEC समूह का अहम केंद्र है। इसके बाद भारत ने बांग्लादेश को दी गई ट्रांजिट सुविधा (Nepal, Bhutan और Myanmar के लिए माल पारगमन की अनुमति) भी रद्द कर दी थी।
मई 2024 में यूनुस के करीबी पूर्व मेजर जनरल फ़ज़लुर रहमान ने कहा था कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करे, तो बांग्लादेश को चीन के साथ मिलकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए। इस बयान ने भारत में जबरदस्त आक्रोश पैदा किया था। इसी तरह, यूनुस के एक अन्य सहयोगी नाहिदुल इस्लाम ने “ग्रेटर बांग्लादेश” का नक्शा साझा किया था जिसमें पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम के हिस्से बांग्लादेश में दिखाए गए थे। बाद में यह पोस्ट हटा दी गई।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यूनुस के ये लगातार बयान और प्रतीकात्मक कदम क्षेत्रीय शक्ति समीकरणों को बदलने की कोशिश हैं। उनका चीन और पाकिस्तान के साथ नजदीकी बढ़ाना, और भारत के पूर्वोत्तर को बार-बार केंद्र में लाना, दक्षिण एशिया की कूटनीति में एक नया तनावपूर्ण अध्याय खोल सकता है।
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