भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज खत्म हो चुका है, लेकिन आखिरी टेस्ट से जुड़ा एक बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। 25 दिन तक चले क्रिकेट एक्शन में दिलचस्प टक्कर देखने को मिली। सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई और इस दौरान मैदान पर खिलाड़ियों के बीच जमकर अनबन भी देखने को मिली। ऐसा शायद ही कोई मैच रहा होगा, जिसमें भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ी आमने-सामने न आए हों।
हालांकि, केनिंग्टन ओवल में खेले गए पांचवें मुकाबले में कुछ ऐसा हुआ, जिसकी चर्चा अभी तक है। यह मामला आकाश दीप से जुड़ा हुआ है और इसमें उनकी कोई गलती भी नहीं थी, लेकिन इंग्लिश खिलाड़ी बेन डकेट के कोच का मानना है कि उस मामले के लिए आकाश दीप पर प्रतिबंध लगाया जाए।
दरअसल, ओवल टेस्ट की पहली पारी में डकेट को आकाश दीप ने आउट किया था। इसके बाद जब डकेट पवेलियन लौटने लगे तो आकाश दीप ने प्यार से उनके कंधे पर हाथ रखा और बातचीत करते नजर आए।
इस दौरान आकाश मुस्कुराते हुए कुछ कहते दिखे और उनका व्यवहार बिल्कुल दोस्त की तरह था। डकेट इस सीरीज में इससे पहले कई बार आकाश के शिकार बन चुके थे। हालांकि, ऐन मौके पर आउट होकर पवेलियन जाते समय आकाश दीप के ऐसा करने से वह चिढ़ गए।
फिर राहुल आकाश के पास आए और उन्हें दूर खींचकर ले गए। फिर सीरीज खत्म हुई, लेकिन इसको लेकर बवाल जारी रहा। कुछ क्रिकेट पंडितों ने भी अपनी राय दी और कहा कि आकाश को ऐसा नहीं करना चाहिए था, क्योंकि आउट होने पर बल्लेबाज सबसे ज्यादा गुस्से में होता है। आईसीसी ने आकाश पर कोई एक्शन नहीं लिया और लगा कि मामला शांत हो गया, लेकिन अब डकेट के निजी कोच का बयान सामने आया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने आईसीसी से आकाश पर कुछ मैचों के लिए प्रतिबंध लगाने की मांग की है। डकेट के कोच जेम्स नॉट ने कहा, ‘यह दिलचस्प सीरीज का हिस्सा था, लेकिन आकाश पर प्रतिबंध लगना चाहिए, ताकि युवा खिलाड़ी इससे प्रेरित न हों और आगे चलकर ऐसी कोई घटना न हो।
इससे मुझे व्यक्तिगत तौर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।’ डकेट ने सीीज में 51.33 की औसत से 462 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट भी 82.94 का रहा। डकेट इस सीरीज में इंग्लैंड की ओर से बैजबॉल रणनीति अपनाने वाले चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक थे।
नॉट ने कहा, ‘लोग अक्सर कहते हैं कि वह बहुत शांतचित खिलाड़ी हैं, लेकिन वह जब क्रीज पर होते हैं तो बेहद प्रतिस्पर्धी होते हैं। यह आपने हालिया सीरीज में भी देखा। शुभमन ने मुझसे बताया कि उन्होंने डकेट से मिली चुनौती को सबसे ज्यादा एंजॉय किया।’
नॉट ने कहा, ‘वह छोटे कद के बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वह विकेट की दोनों ओर स्वीप मार सकते हैं। डकेट के गेंदबाजी करना मुश्किल है और वह कई अन्य खिलाड़ियों से बहुत अलग हैं।
उदाहरण के लिए, गिल क्रिकेटिंग शॉट्स पर विश्वास रखते हैं। जब मैंने पहली बार डकेट को देखा, तो उनके पास पहले से ही रिवर्स स्वीप और स्विच हिट था, लेकिन हमने क्लासिकल स्वीप जोड़ा।
अंडर-14 या अंडर-15 स्तर के क्रिकेट के दौरान उन्होंने जो सबसे बड़ी चीज सीखी, वह यह थी कि जरूरी नहीं कि उनमें बाउंड्री पार करने की ताकत हो। उन्होंने गेंद को जमीनी स्तर पर खेलना सीखा।’
नॉट ने कहा, ‘हमें स्कूल स्तर पर उन्हें अनुशासित करने के लिए कदम उठाने पड़े। डकेट को हमारी आचार संहिता के अनुसार कुछ मैचों के लिए बेंच पर रखा गया था। उन्होंने इसका अच्छी तरह से पालन किया और अधिक परिपक्व होकर वापस आए। इसने उनके चरित्र को आकार देने में मदद की।’
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