भारत-पाकिस्तान में संघर्ष विराम होने के बाद आज भी दोनों देशों के बीच डीजीएमओ स्तर की बैठक होगी। इसके बाद तीनों सेनाओं के डीजीएमओ प्रेस ब्रीफिंग करेंगे, जिसमें पाकिस्तान के साथ हुई बातचीत की जानकारी दी जा सकती है। पीएम मोदी ने आज भी तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की।
भारत पाकिस्तान के बीच होने वाली डीजीएमओ स्तर की बैठक का समय बदल गया है। नए कार्यक्रम के अनुसार, अब यह बैठक शाम में होगी। पहले यह दोपहर 12 बजे होनी थी। भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पर पूर्व राजनयिक केपी फैबियन का कहना है कि, ‘एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रहने वाले लोगों ने सामान्य जीवन की वापसी के रूप में संघर्ष विराम का स्वागत किया है, हालांकि कई विशेषज्ञों और नागरिकों को लगा कि पाकिस्तान को और अधिक दंडित किया जाना चाहिए था।
कुछ लोगों का मानना है कि पाकिस्तान ने परमाणु धमकी का इस्तेमाल अमेरिकी हस्तक्षेप को मजबूर करने के लिए किया, जिसके कारण युद्ध विराम हुआ। शुरुआती उल्लंघनों के बावजूद युद्ध विराम काफी हद तक कायम है। यह एक लंबी और कठिन राह पर एक सकारात्मक लेकिन छोटा कदम है।
मेरा मानना है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत जरूरी है – चाहे कूटनीतिक या तीसरे चैनल के माध्यम से। बातचीत शुरू होने से पहले आतंकवाद को खत्म करने की मांग करना अवास्तविक है, क्योंकि बिना बातचीत के शांति स्थापित करना असंभव है।
पाकिस्तान को भारत को गोपनीय रूप से आश्वस्त करना चाहिए कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए नहीं होने देगा। भारत को इसका स्वागत करना चाहिए, लेकिन आतंकी ढांचे को खत्म करने, गुमराह युवाओं का पुनर्वास करने और जिम्मेदार लोगों को हिरासत में लेने की मांग भी की जानी चाहिए।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ पीएम आवास पर बैठक की। इस बैठक में मौजूदा हालात पर चर्चा की गई।
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद देश के 32 हवाई अड्डे नागरिक उड़ानों के लिए फिर से खोल दिए गए हैं। सरकार ने पहले 15 मई तक इन्हें बंद रखने का फैसला किया था, अब सरकार ने नोटिस जारी कर इन हवाई अड्डों को तय समय से पहले ही खोलने का फैसला किया है।
ऑपरेशन सिंदूर ने पूरे विश्व को दिखाया कि भारत क्या कर सकता है। भारत सीमा पार जाकर भी भारत किसी भी ठिकाने पर सटीकता से हमला कर सकता है। संबित पात्रा ने कहा कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर में नौ आतंकी ठिकाने, 11 एयरबेस, 100 से अधिक आतंकवादी, 50 से ज्यादा सैनिक और अपनी इज्जत खोई है।
संबित पात्रा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का सैन्य के साथ ही असैन्य पहलू भी है, जिसके तहत सिंधु जल समझौता स्थगित किया गया और पाकिस्तान के साथ सभी व्यापार भी बंद कर दिया गया। पाकिस्तान का बड़ा कृषि क्षेत्र सिंधु नदी के पानी पर निर्भर है।
ऐसे में भारत के सख्त कदम से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर होगा। संबित पात्रा ने कहा कि भारत ने कूटनीतिक स्तर पर भी पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया गया और किसी भी देश ने पााकिस्तान का समर्थन नहीं किया।
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