जम्मू / कश्मीर। सेना ने कश्मीर में मंगलवार को छह आतकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। बीते पिछले कई दिनों से आतंकी निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रहे हैं। अब सेना उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया है। सेना ने राजौरी के जंगलों में छिपे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के छह आतंकियों को ढेर कर दिया है। बताया जा रहा है जंगलों में अभी आतंकी छुपे हुए है मुठभेड़ जारी है।
माना जा रहा कि पिछले दिनों कश्मीर दौरे पर आये जनरल बिपिन रावत ने आर्मी कमांडर्स से कहा था कि वे खुद आतंकियों का पीछा करने की बजाय उनका इंतजार करें और मौका पाने पर ढेर करें। भारतीय सेना के एक कमांडर ने बताया, ‘हमारे सैनिकों की शहादत की वजह यह थी कि आतंकी इन जंगलों में छिपकर ऑपरेट कर रहे थे। इसके चलते वे आसानी से अपनी जगह बदल रहे थे और बड़ी संख्या में फोर्स उनकी तलाश में जुटी थी।’ होम मिनिस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक बीते दो से तीन महीनों में राजौरी-पुंछ सीमा से 9 से 10 लश्कर आतंकियों ने भारत में घुसपैठ की थी। एलओसी पर आतंकियों ने घुसपैठ के लगातार कई प्रयास किए हैं, लेकिन भारतीय सेना और सिक्योरिटी एजेंसियों ने ऐसी तमाम कोशिशों को लगातार फेल किए हैं।
हालांकि सेना का मानना है कि अफगानिस्तान में बदले हालातों के बाद आतंकियों के हौसले बढ़ गए हैं और उनकी घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हुआ है। दरअसल सेना ने आतंकवादियों से निपटने की अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। दऱअसल सेना आतंकियों को वक्त दे रही है कि वे आसपास के गांवों में जाकर छिपें और एक बार एक्सपोज होने के बाद उनका एनकाउंटर किया जाए। बता दें कि केंद्र सरकार ने कश्मीर में मारे गए निर्दोष नागरिकों की जांच एनआईए करेगी।
इसके लिए जल्द आदेश जारी किया जा सकता है। सरकार को इस मामले में ‘साजिश की बू ‘ आ रही है। वहीं जानकारों का कहना है कि 370 धारा हटने के बाद से कश्मीर में शांति है जिसे देखकर पाकिस्तान बौखला गया है। अब वह एक बार फिर आपने नापाक मंसूबों के तहत आतंकियों को कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाने भेज रहा है।