शिकागो। कोरोना के डर से एक भारतीय व्यक्ति को एक अदालत ने बरी कर दिया। आदित्य सिंह कोरोना काल में इस महामारी के डर से भारत जाने के बजाय शिकागो ओहारे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तीन माह तक रहे। सिंह को अनाधिकृत प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
आदित्य सिंह को 16 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। शिकागो विमानन विभाग की ओर से हवाई अड्डे की सुरक्षा का काम संभालने वाले ‘ट्रांसपोर्ट सिक्युरिटी एडिमिनिस्ट्रेशन’ ने कहा कि सिंह ने हवाई अड्डे के नियमों का उल्लंघन नहीं किया। विमानन विभाग की प्रवक्ता क्रिस्टीन कारिनो ने कहा, ‘सिंह ने कोई उल्लंघन नहीं किया, न ही उन्होंने किसी सुरक्षित क्षेत्र में अनुचित तरीके से प्रवेश किया।
वह वहां पर प्रतिदिन आने वाले हजारों यात्रियों की तरह ही आए।’बताया जाता है कि, सिंह ने पुलिस को बताया कि वह हवाई अड्डे पर ही रुक गए, क्योंकि कोरोना वायरस के डर से वह विमान में नहीं चढ़ना चाहते थे। तीन महीने तक अनजान लोगों ने उन्हें भोजन मुहैया करवाया। सिंह करीब छह वर्ष पहले अध्ययन के लिए अमेरिका आए थे और कैलिफोर्निया के ऑरेंज में रहते थे। पिछले साल अक्टूबर में भारत लौटने के लिए अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के रूप में वह लॉस एंजिलिस से शिकागो गए थे।
जनवरी में सिंह को तब गिरफ्तार किया गया जब ‘यूनाइटेड एयरलाइंस’ के दो कर्मियों ने पाया कि वह वही बैज पहने हुए हैं, जिसके गुम होने की शिकायत कुछ समय पहले हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने की थी।