गणतंत्र दिवस पर आरआरबी और एनटीपीसी भर्ती को लेकर बिहार में हुई आगजनी और हिंसक घटना के पीछे कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) हाथ होने की संभावना जताई गई है। रेलवे की ख़ुफ़िया रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसयूआई ने ही 26 जनवरी को देशभर में रेलवे रोकने की अपील की थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस आगजनी और हिंसक घटना के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता भी शामिल थे।
इसके अलावा पुलिस ने बिहार में की गई तोड़फोड़ के ‘खान सर’ नामक कोचिंग सेंटर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि ईस्ट रेलवे के डीआईजी और चीफ सुरक्षा कमिश्नर ने 25 जनवरी को एक लेटर लिखकर कहा है कि आरआरपी और एनटीपीसी के अभ्यर्थियों द्वारा 26 जनवरी को देशभर में रेल रोको अभियान चलाया जाने वाला है। जिसका एनएसयूआई द्वारा समर्थन किया गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है रेल रोको अभियान में एनएसयूआई के कार्यकर्ता सहयोग कर सकते हैं। डीआईजी ने इस इनपुट के आधार पर रेलवे अधिकारियों से इस रोकने और बचने की सलाह दी थी लेकिन, इस खुफिया रिपोर्ट के बावजूद कई जगहों पर आगजनी और हिंसक घटना हुई है।बता दें गणतंत्र दिवस पर बिहार में कई स्थानों पर आरआरबी और एनटीपीसी के अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा था। रेलवे मंत्री ने रेलवे की सम्पत्ति को नुकसान नहीं करने की अपील की थी।
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