ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल-अदल के खिलाफ हवाई हमला किया। ईरानी सीमा पर जैश अल अदल की आतंकी गतिविधियां चल रही थीं| उन्हें पाकिस्तान से मोह था| जैश अल-अदल पर ईरान की कार्रवाई, हवाई हमले से पाकिस्तान नाराज हो गया है, लेकिन इस हमले ने एक पुरानी भारतीय गणना को उलट दिया है।जैश अल अदल ने ही पूर्व नौसेना अधिकारी और भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का अपहरण किया था| कुलभूषण जाधव को जैश अल अदल के आतंकियों ने ईरान से अगवा कर लिया था| इसके बाद उन्होंने कुलभूषण को पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई को सौंप दिया।
जैश अल अदल ने ईरान के चाबहार से कुलभूषण जाधव का अपहरण कर लिया था| इसके बाद उन्हें पाकिस्तान ले जाया गया| यहीं पर कुलभूषण को जासूसी के झूठे मामले में फंसाया गया था।कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी एजेंसियों ने फंसाया था| वहां की अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई| कुलभूषण जाधव अभी भी पाकिस्तान की जेल में बंद हैं| भारत सरकार उन्हें सुरक्षित वापस लाने के प्रयास कर रही है| इससे जुड़ा एक केस इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में लड़ा गया था| पाकिस्तान के लिए अच्छा इंतज़ार था|
भारत के विदेश मंत्रियों की मुलाकात, दो दिन बाद…: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दो दिन पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मुलाकात की थी|उस बैठक के ठीक 48 घंटे बाद ईरान ने पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश अल अदल पर मिसाइल और ड्रोन हमला कर दिया|इस हमले से भारत की पुरानी गणना ख़राब हो गई है|इसे कुलभूषण जाधव का अपहरण करने वाले पाकिस्तान और जैश अल अदल के लिए सजा के तौर पर देखा जा रहा है|
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