ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध के 11वें दिन सोमवार (23 जून)को इजरायली सेना ने ईरान के विभिन्न हिस्सों में स्थित छह प्रमुख एयरबेस पर भीषण हवाई हमले किए। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि इन हमलों में ईरान की एयरफोर्स को भारी नुकसान पहुंचाया गया है और कई जंगी विमानों को नष्ट कर दिया गया है, इन हमलों के वीडिओ सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहें है।
IDF के मुताबिक, पश्चिमी ईरान के केरमानशाह क्षेत्र में स्थित सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के कई लॉन्च और भंडारण स्थलों को भी निशाना बनाया गया। IDF ने अपने बयान में कहा, “हम ईरानी शासन की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने और इजरायली क्षेत्र की सुरक्षा के लिए ईरानी हवाई क्षेत्र में वायु श्रेष्ठता प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।”
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी एक पोस्ट में IDF ने बताया कि इन हमलों में तेहरान के मेहराबाद, मशहद और देजफुल एयरपोर्ट्स को प्रमुखता से निशाना बनाया गया। इन हवाई अड्डों पर रनवे, अंडरग्राउंड बंकर, एक रीफ्यूलिंग प्लेन, और ईरान के पास मौजूद F-14, F-5 और AH-1 एयरक्राफ्ट तबाह कर दिए गए।
צה"ל תקף אתרי שיגור ואחסון טילי קרקע-קרקע שכוונו לשטח מדינת ישראל
יותר מ-15 מטוסי קרב של חיל האוויר תקפו לפני זמן קצר בהכוונה מודיעינית מדויקת של אמ״ן במרחב כרמנשאה שבאיראן, והשמידו מספר אתרי שיגור ואחסון טילי קרקע-קרקע שכוונו לעבר שטח מדינת ישראל.
צה"ל ממשיך להעצים את הפגיעה…
— צבא ההגנה לישראל (@idfonline) June 23, 2025
IDF ने दावा किया कि ये विमान इजरायल पर हमला करने की तैयारी में थे और इन्हें पहले ही नष्ट कर दिया गया। एक जारी तस्वीर में उन एयरबेस की सूची साझा की गई, जिन्हें इस हमले में लक्ष्य बनाया गया। पोस्ट में लिखा गया, “इजरायली एयरफोर्स ने इन हवाई अड्डों से उड़ान भरने की ईरानी क्षमता और ईरानी वायुशक्ति को गंभीर रूप से बाधित किया है।”
חיל-האוויר תקף שישה שדות תעופה של המשטר האיראני במערב, במזרח ובמרכז איראן במאמץ להעמקת העליונות האווירית.
בתקיפות נפגעו מסלולי המראה, דירים תת-קרקעיים, מטוס תדלוק, ומטוסים מסוג F-14, F-5 ו-AH-1, השייכים למשטר האיראני. pic.twitter.com/HNPcxqiriI— Israeli Air Force (@IAFsite) June 23, 2025
गौरतलब है कि इजरायल ने 13 जून को ईरान के मिसाइल और परमाणु ठिकानों पर पहला बड़ा हमला शुरू किया था, जिसमें कई सैन्य कमांडर और सुरक्षा एजेंसियों के ठिकाने भी निशाना बनाए गए थे।
इधर, अमेरिका द्वारा हाल ही में ईरान के नतान्ज़, एस्फाहान और फोर्डो स्थित तीन परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टर बम गिराए जाने के बाद ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ऑपरेशन को सफल बताते हुए कहा कि ‘ईरान की परमाणु क्षमताओं को मिटा दिया गया है।’ हालांकि अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का कहना है कि इस दावे की पुष्टि के लिए अभी और विश्लेषण की जरूरत है।
तेहरान की ओर से इन हमलों के बाद जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह टकराव और भी खतरनाक रूप ले सकता है। मिडिल ईस्ट के हालात लगातार विस्फोटक बने हुए हैं, जिससे वैश्विक तेल बाजारों और रणनीतिक स्थिरता पर बड़ा असर पड़ सकता है।
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