इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध पर पूरी दुनिया का ध्यान है| फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने शनिवार को इजरायल पर हजारों मिसाइलें दागकर युद्ध की शुरुआत कर दी| यह इजरायल के लिए बहुत बड़ा झटका था, जो असहाय था। इस हमले में अब तक सैकड़ों इजरायली नागरिक मारे जा चुके हैं| साथ ही हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुसपैठ कर 150 से ज्यादा इजराइली महिलाओं का अपहरण कर लिया है|
हमास के हमले के बाद इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर हमला कर दिया और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा कर दी| पांच दिनों के युद्ध में अब तक 2,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं|
इस बीच, दुनिया भर के कई देशों ने इजरायल या फिलिस्तीन के प्रति अपना समर्थन दिखाया है। इनमें से अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है। यह बात सामने आई है कि फिलिस्तीन और हमास को लेबनान और ईरान से मदद मिल रही है. इसलिए, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने ईरान की स्थिति पर अपना गुस्सा व्यक्त किया।
साथ ही बाइडेन ने ईरान को हमास-इजरायल संघर्ष में न पड़ने की चेतावनी भी दी है| वहीं दूसरी ओर इस युद्ध की स्थिति को संभालने के लिए इजरायल ने बड़ा फैसला लिया है| इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज़ ने हमास आतंकवादियों से लड़ने के लिए एक आपातकालीन युद्ध सरकार का गठन किया है।
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