भारत ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। भारतीय अनुसंधान केंद्र (ISRO ) ने शनिवार को गगनयान मिशन के क्रू मॉडल को सफलतापूर्वक लांच किया। हालांकि, यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली। शनिवार सुबह 8.30 बजे जब इसकी कोशिश की गई तो तकनीकी खराबी के कारण इस मिशन को टाल दिया गया था। इसके बाद दोबारा सुबह जब 10 बजे प्रयास किया गया। जिसमें इसरो को सफलता मिली। इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अनुसंधान केंद्र से लांच किया गया।
गगनयान मिशन क्रू के सफलतापूर्वक लांच पर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने वैज्ञानिकों को बधाई दी। गागनयान को टीवी 1 बूस्टर की सहायता से लांच किया गया। यान ने बंगाल की खाड़ी में लैंड किया। गगनयान को 2025 के लिए तैयार किया जा रहा है। भारत 2025 में तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष की यात्रा के लिए भेजेगा। इसकी लॉन्चिंग से पहले चार टेस्ट किये जाने हैं। भारत की अंतरिक्ष में यह पहली उड़ान होगी।
इसरो का 2035 तक भारत का स्पेस सेंटर भी स्थापित करने का प्लान है। इसके साथ ही भारत ने 2040 में चांद पर इंसान भेजने का लक्ष्य रखा है। शनिवार के सफल परीक्षण के बाद अब इसरो 2024 में रोबोट्स को अंतरिक्ष में भेजेगा। साथ उसे सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापस लाने की भी करेगा। इसके बाद 2025 में इसरो दो परिक्षण के बाद तीसरे टेस्ट में भारत तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा। फिर 2040 में तीन टेस्ट के बाद चांद पर मानव को भेजेगा।
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