इसरो ने साल 2024 की जोरदार शुरुआत की है| 2023 को अलविदा कहते हुए और 2024 का स्वागत करते हुए, इसरो ने पहले ही दिन यानी सूरज उगने से पहले सुबह 9:30 बजे XPoSat नामक एक अंतरिक्ष दूरबीन लॉन्च की। XPoSat ने पृथ्वी से लगभग 650 किमी की ऊंचाई पर 469 किलोग्राम के टेलीस्कोप को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
XPoSat में दो वैज्ञानिक उपकरण हैं, अर्थात् एक्स-रे में पोलारिमीटर उपकरण (POLIX) और एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी और टाइमिंग (XSPECT)। इन उपकरणों के जरिए अंतरिक्ष में एक्स-रे के स्रोतों का अध्ययन किया जाएगा। इससे ब्लैक होल और न्यूट्रॉन तारों का गहराई से अवलोकन किया जा सकेगा, जिससे नई जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इस मौके पर भारत समेत दुनियाभर के अंतरिक्ष अनुसंधान को बड़ी जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी|
इसरो के सबसे भरोसेमंद पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हिकल (PSLV) ने अपने सी58 मिशन में मुख्य एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह (एक्सपोसैट) को पृथ्वी की 650 किलोमीटर निचली कक्षा में स्थापित किया| प्रक्षेपण के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती खत्म होने के बाद 44.4 मीटर लंबे रॉकेट ने चेन्नई से करीब 135 किलोमीटर दूर इस अंतरिक्ष तल से उड़ान भरी और इस दौरान बड़ी संख्या में यहां आए लोगों ने जोरदार ढंग से तालियां बजाईं|
इसके बाद अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने देश को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए साफ कर दिया है कि 2024 इसरो के लिए कई मिशनों का साल होगा। 2025 में इसरो गगनयान मिशन के जरिए भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजेगा, सोमनाथ ने बताया कि गगनयान एक और दो मानवरहित मिशन, जो इस मिशन की तैयारियों का हिस्सा हैं, इस साल होंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष विभिन्न उपग्रह और वैज्ञानिक उपकरण भी प्रक्षेपित किये जायेंगे।
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