यूपीएसटीएफ और पुलिस की संयुक्त मुहीम: अतीक का बहनोई अख़लाक़ हुआ गिरफ्तार 

पुलिस अधीक्षक रोहित सजवाण के अनुसार अखलाक अहमद फरार आरोपियों को शरण दे रहा था और उनकी फरारी में मदद कर रहा था। पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि अखलाक अहमद को उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है। 

यूपीएसटीएफ और पुलिस की संयुक्त मुहीम: अतीक का बहनोई अख़लाक़ हुआ गिरफ्तार 

Joint operation of UPSTF and Police: Atiq's brother-in-law Akhlaq arrested

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और प्रयागराज पुलिस ने एक संयुक्त मुहीम में चर्चित उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद के बहनोई अखलाक अहमद को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की मर्डर के मुख्य चश्मदीद उमेश पाल की हत्या के लिए हत्यारों के फाइनेंस में अखलाक अहमद की अहम भूमिका थी।

बात दें कि उमेश पाल की 24 फरवरी, 2023 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गुजरात के साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। यही नहीं अतीक पर विधायक राजू पाल मर्डर का एक मात्र चश्मदीद गवाह उमेश पाल की भी हत्या का आरोप है। इससे पहले भी पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में मेरठ निवासी अखलाक अहमद से कई बार पूछताछ कर चुकी है। अब उसे मेरठ से गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक रोहित सजवाण के अनुसार अखलाक अहमद फरार आरोपियों को शरण दे रहा था और उनकी फरारी में मदद कर रहा था। पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि अखलाक अहमद को उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है।
प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और दो अन्य को 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में दोषी पाया है और दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ और छह अन्य को अदालत ने बरी कर दिया था।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक के खिलाफ वर्षों से 100 से अधिक मामले दर्ज होने के बावजूद उसको अभी तक किसी में दोषी नहीं ठहराया गया था|यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भूमाफियाओं और अपराधियों के खिलाफ उठाये गए सख्त कदम के बाद ही उसे साबरमती जेल से खौफ का पर्याय बना अतीक को यूपी में लाकर एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने फैसला सुनाते उसे उम्र कैद की सजा सुनाई| फिलहाल उसे दोबारा गुजरात के साबरमती जेल में भेज दिया गया है|
यह भी पढ़ें-

पुलिस को मिली बड़ी सफलता: 50 हजार के इनामी अपराधी को मार गिराया

Exit mobile version