अगर आप भी चक्कर लगाते समय, सड़क बंद करते समय या नए रास्ते पर यात्रा करते समय गूगल मैप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। हालाँकि गूगल मैप या जीपीएस की सटीकता अच्छी है, लेकिन इसके 100 प्रतिशत सही होने की गारंटी नहीं है। केरल के एर्नाकुलम में एक चौंकाने वाली घटना घटी है, जहां बारिश में जीपीएस के भरोसे यात्रा करते समय दो युवा डॉक्टर दोस्तों की जान चली गई।
गौरतलब है कि रात के अंधेरे में, पांच चिकित्सा कर्मी भारी बारिश के बीच एक असामान्य सड़क पर केरल के एर्नाकुलम जिले के गोथुरुथ डिवीजन से गुजर रहे थे। डॉ.अद्वैत (29) का शनिवार को ही जन्मदिन था। जन्मदिन की खरीदारी करने के बाद वह कोच्चि से कोडुंगल्लूर लौट रहे थे।
हुआ हादसा: इस यात्रा के दौरान उन्होंने जीपीएस ऑन कर दिया था। बाहर अंधेरा था और भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया था। जब वे जीपीएस की मदद से पानी भरी सड़कों से होकर लौट रहे थे तो एक भयानक दुर्घटना का शिकार हो गए| जीपीएस ने सीधा रास्ता बता दिया। डॉ. के अनुसार अद्वैत ने कार को सीधे पानी वाली सड़क से गुजारा। लेकिन, कार पानी में डूब गई|
यानी
GPS
ने सीधे नदी के बीच से रास्ता दिखाया
|
इसके चलते पहले से ही पानी से भरी सड़कों और बहती नदी में कार चले जाने से पांच लोग कार समेत डूब गए। उनमें से तीन अपनी जान बचाने में कामयाब रहे
|
अत: उन दोनों को जलसमाधि मिल गयी। इसमें डॉ. जिनका जन्मदिन शनिवार को है। अद्वैत और डॉ. दोनों में अजमल आसिफ (29) भी शामिल हैं
|
हादसे में बचे दोस्त ने क्या कहा?: “हम जीपीएस का इस्तेमाल कर रहे थे। मैं गाड़ी नहीं चला रहा था, इसलिए मुझे नहीं पता कि जीपीएस में कोई तकनीकी गड़बड़ी थी या मानव निर्मित गड़बड़ी थी,” ग़ाज़ीब थब्सीर ने कहा। हादसे में वह बाल-बाल बच गये| डॉक्टर कोडुंगल्लूर के क्राफ्ट अस्पताल में कार्यरत थे। इस अस्पताल के वरिष्ठ प्रबंधक अशोक रवि ने कहा, “डॉ. हमारे अस्पताल के कुछ डॉक्टर अद्वैत के जन्मदिन समारोह के लिए कोच्चि गए थे।
मृतक डाॅ. अजलम त्रिशूर जिले से हैं, डॉ. अद्वैत कोल्लम जिले से हैं। हादसे में जिस्मान, तमन्ना और थस्बीर बच गए। थसबीर क्राफ्ट अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग में कार्यरत हैं। जबकि, जिस्मान एक अस्पताल में नर्स है और तमन्ना एमबीबीएस की छात्रा है। इन तीनों को कोच्चि के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है|डॉ.अद्वैत के शव को कलामसेरी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है| तो, डॉ. अजमल के शव को पोस्टमार्टम के लिए त्रिशूर मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है।
यह भी पढ़ें-