पीएलआई बूस्टर की कमाल, एफडीआई इक्विटी इनफ्लो 69 प्रतिशत बढ़कर 165 बिलियन डॉलर पर!

पीएलआई बूस्टर की कमाल, एफडीआई इक्विटी इनफ्लो 69 प्रतिशत बढ़कर 165 बिलियन डॉलर पर!

Magic of PLI booster, FDI equity inflow increased by 69 percent to $165 billion!

प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव (पीएलआई) योजना के चलते भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) इक्विटी प्रवाह में 69% की वृद्धि दर्ज देखी गई है। यह 2004-2014 के बीच 98 बिलियन डॉलर था, जो 2014-2024 के दौरान बढ़कर 165 बिलियन डॉलर हो गया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, पीएलआई योजना से रोजगार बढ़ाने, आयात घटाने और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने में मदद मिली है।

औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार ने 2025-26 के लिए PLI योजना के बजट में बढ़ोतरी की है, जिससे घरेलू विनिर्माण को मजबूती देने की कोशिश की गई थी। वहीं अगस्त 2024 तक, इस योजना के तहत कुल 1.46 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, और अगले वर्ष तक इसके 2 लाख करोड़ रुपये पार करने का अनुमान है।

इन निवेशों से 12.50 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन और बिक्री हुई है, जबकि लगभग 9.5 लाख नई नौकरियों के अवसर निर्माण हुए, जो की आने वाले समय में 12 लाख तक पहुंच सकती है।

प्रमुख क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि

इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में भारत की बड़ी छलांग

पीएलआई योजना के तहत भारत ने मोबाइल फोन के शुद्ध आयातक से शुद्ध निर्यातक बनने की ओर कदम बढ़ाया है।

ऑटोमोटिव और सौर ऊर्जा में निवेश की बढ़ोतरी

यह भी पढ़ें :

कर्नाटक: ‘डीजीपी’ की बेटी 14 किलो सोने की तस्करी में गिरफ्तार!

दो-दो करोड़ की महंगी गाड़ियों के काफिले से विपासना के लिए निकले केजरीवाल, भाजपा का हमला!

जेलेंस्की ने टेक दिए घुटने, ट्रम्प के साथ मिलकर रूस से शांति समझौते को तैयार यूक्रेन!

भारत ने पीएलआई योजना के तहत दूरसंचार उत्पादों के आयात में 60% की कमी हासिल की है। इससे 4जी और 5जी दूरसंचार उपकरणों के निर्यात में भारत एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है। कई वैश्विक टेक कंपनियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की हैं, जिससे ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की स्थिति मजबूत हुई है।

Exit mobile version