म्यांमार और थाईलैंड में आए भीषण भूकंपों से तबाही मच गई है, जिससे दोनों देशों में इमारतें ढह गईं और जनहानि की आशंका बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि भारत हर संभव मदद देने को तैयार है।
पीएम मोदी ने एक्स से ट्वीट कर कहा, “म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों को सतर्क रहने और म्यांमार-थाईलैंड की सरकारों के साथ समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।”
बता दें की, म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसके 12 मिनट बाद 7.7 तीव्रता का आफ्टरशॉक महसूस किया गया। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केंद्र सागाइंग शहर से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।
थाईलैंड में भी झटके महसूस किए गए, जिससे राजधानी बैंकॉक में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत ढह गई, जिसमें 43 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
इस शक्तिशाली भूकंप के झटके भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और चीन के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। हालांकि, वहां किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर भारतीय विदेश मंत्रालय म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों से संपर्क में है, ताकि जरूरत पड़ने पर राहत और बचाव कार्यों में भारत सहायता प्रदान कर सके।
सरकार की ओर से संकेत मिले हैं कि यदि आवश्यक हुआ, तो भारत एनडीआरएफ की टीमों, दवाइयों और राहत सामग्री के साथ मदद भेजने के लिए तैयार रहेगा।मांडले और यंगून क्षेत्र में कई इमारतों के ढहने की खबरें हैं, वहीं बैंकॉक में भी लोग इमारतों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए। स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियां प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी हैं।
यह भी पढ़ें:
म्यांमार में शक्तिशाली भूकंप, बैंकॉक तक कांप उठी धरती !
काबुल में अमेरिकी दूतावास के पुनः खुलेगा, तालिबान प्रशासन का बड़ा दावा