रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार तड़के 8.7 तीव्रता का जबरदस्त भूकंप आया, जिससे प्रशांत क्षेत्र के कई देशों में हड़कंप आया है। इस शक्तिशाली भूकंप के चलते समुद्र में 4 मीटर (लगभग 13 फीट) ऊंची सुनामी लहरें उठीं, जिनसे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा। जापान और अमेरिका सहित अन्य तटीय देशों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से लगभग 119 किलोमीटर दूर समुद्र में था। यह क्षेत्र लगभग 1.8 लाख की आबादी वाला है। भूकंप के झटकों के तुरंत बाद रूस के कुरील द्वीप समूह की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरीलस्क में पहली सुनामी लहर पहुंची। स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको ने पुष्टि की कि “एहतियात के तौर पर लोगों को निकाला गया है।”
कामचटका प्रायद्वीप के तटीय इलाकों में 3 से 4 मीटर ऊंची सुनामी की लहरें रिकॉर्ड की गईं। प्रशासन ने भूकंप के केंद्र के पास के कई क्षेत्रों को तत्काल खाली कराया। हालांकि, शुरुआती रिपोर्टों में किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
जापान के मौसम विभाग ने बताया कि होक्काइडो द्वीप के दक्षिणी तट पर स्थित टोकाशी में 40 सेंटीमीटर (1.3 फीट) ऊंची सुनामी की लहर दर्ज की गई, जबकि पूर्वी तट के नेमुरो क्षेत्र में 30 सेंटीमीटर (1 फीट) ऊंची लहर देखी गई।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने अलास्का, हवाई, चिली, सोलोमन द्वीप और न्यूजीलैंड सहित कई प्रशांत देशों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा, “जान-माल की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी चेताया कि कुछ क्षेत्रों में 3 मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठ सकती हैं और स्थानीय समयानुसार मंगलवार शाम 7 बजे के आसपास पहली लहर आने की संभावना है।
हवाई के होनोलुलु में सायरन बजाए गए और निवासियों व पर्यटकों को ऊंचे इलाकों की ओर जाने के निर्देश दिए गए। यह स्थिति इस बात की गवाही देती है कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए वैश्विक सतर्कता कितनी जरूरी है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है और प्रशासन स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।
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