मानसूनी हवा की आगामी गति अरब सागर में बन रहे चक्रवात ‘बाइपोरजॉय’ की दिशा पर निर्भर करती है और इस तूफान के कारण महाराष्ट्र में मानसून के आगमन में देरी होगी। अब मानसून के 16 जून के बाद आने की उम्मीद है।
हालांकि मानसूनी हवाओं की आने वाली चाल चक्रवात की दिशा पर निर्भर करती है, अगर अनुकूल वातावरण बना रहा तो मानसूनी हवाएं 16 जून को राज्य में प्रवेश करेंगी और 22 जून तक पूरे राज्य को कवर करते हुए आगे बढ़ेंगी, मौसम विभाग ने ऐसी भविष्यवाणी की है। आईएमडी की ओर से जारी चेतावनी के मुताबिक, तूफान की वजह से अगले 24 घंटों में कोंकण, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के ज्यादातर तटीय इलाकों में बारिश होगी।
उच्च दबाव का क्षेत्र 4 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। फिलहाल यह तूफान मुंबई से 900 किलोमीटर दूर अरब सागर में सक्रिय है। अगले कुछ घंटों में इसकी तीव्रता बढ़ने की आशंका है। मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जाने वाले मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
हालांकि इसका असर मानसून पर पड़ेगा क्योंकि केरल राज्य में भी मानसून में देरी हुई है। इस बीच मौसम विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि तूफान के दौरान हुई बारिश मानसून नहीं है।
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