मोदी सरकार की विदेश नीति: भारत का वैश्विक उदय

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय विदेश नीति ने एक नया आयाम ग्रहण किया है।

मोदी सरकार की विदेश नीति: भारत का वैश्विक उदय

प्रशांत कारुलकर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय विदेश नीति ने एक नया आयाम ग्रहण किया है। मोदी सरकार ने भारत के वैश्विक कद को बढ़ाने और देश के हितों की रक्षा करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

मोदीजी की विदेश नीति तीन प्रमुख सिद्धांतोंपर आधारित है।

विकास और समृद्धि:  भारत के विकास और समृद्धि को बढ़ावा देना।

सहयोग और मित्रता: क्षेत्रीय और वैश्विक शक्तियों के साथ सहयोग और मित्रता को बढ़ावा देना।

संप्रभुता और रक्षा: भारत की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा करना।

मोदी सरकार की विदेश नीति की मुख्य उपलब्धियां :

अमेरिका के साथ मजबूत संबंध: मोदी सरकार ने अमेरिका के साथ मजबूत संबंधों को मजबूत किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के कई दौरे किए हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भी मुलाकात की है।

चीन के साथ संतुलित संबंध: भारत ने चीन के साथ संतुलित संबंधों को बनाए रखा है। दोनों देशों के बीच कुछ तनाव के बावजूद, भारत और चीन के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग जारी है।

रूस के साथ मजबूत संबंध: भारत ने रूस के साथ मजबूत संबंधों को बनाए रखा है। भारत रूस से सैन्य उपकरण खरीदता है और रूस के साथ अंतरिक्ष सहयोग कार्यक्रम भी चलाता है।

पड़ोसी देशों के साथ संबंध: मोदी सरकार ने भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया है। मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान सभी पड़ोसी देशों का दौरा किया है।

दक्षिण एशिया में भारत की अग्रणी भूमिका: मोदी सरकार ने दक्षिण एशिया में भारत की अग्रणी भूमिका को मजबूत किया है। भारत ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) में अग्रणी भूमिका निभाई है और दक्षिण एशियाई देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय विदेश नीति ने उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की हैं। उनकी सरकार ने भारत के वैश्विक कद को बढ़ाने और देश के हितों की रक्षा करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। भारतीय विदेश नीति की सफलता के निम्नलिखित प्रमुख कारण हैं:

कूटनीतिक कौशल और दूरदृष्टि: प्रधानमंत्री मोदी एक कुशल राजनेता और कूटनीतिज्ञ हैं। उन्होंने विश्व नेताओं के साथ मजबूत संबंध स्थापित किए हैं और भारत के हितों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में सफल रहे हैं। उनकी दूरदृष्टि और वैश्विक मामलों की गहरी समझ ने भारतीय विदेश नीति को नई दिशा दी है।

विकास और सहयोग पर जोर: मोदी सरकार ने भारत के विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। उन्होंने विदेश नीति को भारत के आर्थिक विकास के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया है। भारत ने कई देशों के साथ आर्थिक और व्यापारिक सहयोग बढ़ाया है। इसने भारत की वैश्विक छवि को मजबूत किया है और भारत को एक आकर्षक निवेश गंतव्य बना दिया है।

बहुपक्षीय मंचों पर सक्रियता: मोदी सरकार ने बहुपक्षीय मंचों पर सक्रियता बढ़ाई है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र, जी20, ब्रिक्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अपनी भूमिका बढ़ाई है। इसने भारत को वैश्विक मामलों में एक महत्वपूर्ण आवाज बना दिया है और वैश्विक निर्णय लेने की प्रक्रिया में भारत की भागीदारी बढ़ाई है।

मोदी सरकार की विदेश नीति के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें चीन के साथ सीमा विवाद, पाकिस्तान से तनाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी शामिल हैं। हालांकि, मोदी सरकार ने भारत की विदेश नीति को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और भारत के वैश्विक कद को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

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