मुंबई में 26/11 के दर्दनाक हमलें का मास्टरमाइंड और आतंकी हाफिज सईद का साला अब्दुल रहमान मक्की की शुक्रवार (27 दिसंबर) को मौत हुई। प्रतिबंधित आतंकी संघटन जमात-उद-दावा के उप प्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जमात-उद-दावा के अनुसार, अब्दुल रहमान मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार था और लाहौर के एक निजी अस्पताल में डाइबिटीस को लेकर उसका इलाज जारी था।
2020 में, आतंकवाद निरोधी अदालत ने मक्की को आतंकी संघटनों को वित्तपोषित करने के लिए छह महीने की कैद की सज़ा सुनाई थी। इस सजा के बाद भी मक्की लो प्रोफइल में रहकर काम कर रहा था। पाकिस्तान मुताहिदा मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मक्की पाकिस्तान की विचारधारा का कट्टर समर्थक भी था।
पाकिस्तान में मक्की को 2022 में आतंकी फंडिंग के मामलों में मुजरिम करार कर जेल भेजा गया था। हालांकि, पाकिस्तान की सरकार और न्यायपालिका पर अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद आतंकियों के खिलाफ कड़ी कारवाई न करने के आरोप लगते रहे हैं।
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जनवरी 2023 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मक्की को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध व्यवस्था के तहत संपत्ति ज़ब्त, यात्रा प्रतिबंध और हथियार प्रतिबंध के नियम मक्की पर लागु हुए थे। मक्की ने जमात उद दावा के संचालन की आड़ में धन जुटाने और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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