छतीसगढ़ के रायपुर में बागेश्वर धाम के दरबार में एक मुस्लिम महिला ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया। इस दौरान महिला ने बागेश्वर धाम के मंच से जय श्रीराम के जयघोष भी लगाए। महिला का कहना है कि हिन्दू धर्म सबसे अच्छा धर्म है। इस धर्म में बहन की शादी भाई से नहीं होती है, और नहीं तीन तलाक बोलकर तलाक लिया जाता है। इसके अलावा महिला ने कहा कि हिन्दू धर्म में सिंदूर से लेकर मंगलसूत्र तक सभी का अपना महत्व है। लेकिन अन्य धर्मों में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिलता है।
बिलासपुर की सुल्ताना बेगम ने रविवार को बागेश्वर धाम के दरबार में हिन्दू धर्म अपना लिया। सुल्ताना बेगम बिलासपुर से रायपुर जाकर उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन किया। उन्होंने कहा कि अगर कहीं मोक्ष मिलेगा तो केवल हिन्दू धर्म में ही मिलेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके परिवार वाले मूर्तिपूजा का विरोध करते हैं। हिन्दू धर्म ही सबसे अच्छी सभ्यता और संस्कारों वाला धर्म है।
सुल्ताना बेगम ने हिन्दू धर्म को अपनाने के बारे में बताया कि इस धर्म में भाई बहन में शादी नहीं होती है। इतना ही नहीं, इसमें तीन तलाक बोलकर महिलाओं का जीवन बर्बाद नहीं किया जाता है। सात फेरों के साथ हुई शादी को सात जन्मों तक निभाया जाता है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म में सिंदूर और मंगलसूत्र का विशेष महत्व होता है।सुल्ताना बेगम ने बताया कि उसने मथुरा जाकर धूमकर भी आई हैं। वे पंडित धीरेन्द्र शास्त्री को अपना भाई बनाकर राखी बांधने की इच्छा भी जाहिर की। बता दें कि बागेश्वर धाम में ओडिशा का एक परिवार भी हिन्दू धर्म से प्रभावित होकर अपना धर्म बदल लिया।
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