म्यांमार की 77 वर्षीय अपदस्थ नेता आंग सान सू की वर्तमान में सेना की कस्टडी में हैं| आंग पर भिन्न आरोपों में एक अदालत ने कुल 33 साल की जेल की सजा सुनाई है। 30 दिसंबर को आंग सान सू की को एक मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। सुनवाई पूरी गोपनीयता से हुई।
म्यांमार की एक अदालत ने विभिन्न आपराधिक मामलों में दोषी पाए जाने के बाद आंग सान सू की को कुल 33 साल की जेल की सजा सुनाई है। लेकिन आंग सान सू की ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है| उनके वकील प्रासंगिक सजा के खिलाफ एक चुनौती याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।
म्यांमार की एक अदालत ने विभिन्न आपराधिक मामलों में दोषी पाए जाने के बाद आंग सान सू की को कुल 33 साल की जेल की सजा सुनाई है। लेकिन आंग सान सू की ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है| उनके वकील प्रासंगिक सजा के खिलाफ एक चुनौती याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।
वहीं, सू की के समर्थकों और स्वतंत्र विश्लेषकों का कहना है कि उनके व उनके सहयोगियों के खिलाफ सेना ने जबरदस्ती आरोप गढ़े हैं, क्योंकि चुनाव से पहले ही उन्हें राजनीति से दूर करने की धमकी दी गई थी।
भ्रष्टाचार के जिन पांच मामलों में आरोपी बनाया गया था, उनमें कहा गया था कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया और अपनी सरकार में वित्तीय नियमों का उल्लंघन कर राज्य की संपत्ति को हानि पहुंचाई। उन पैसों से उन्होंने हेलीकॉप्टर खरीदें और उसका रख-रखाव किया।
बता दें कि सू की सरकार में विन मिंट राष्ट्रपति थे, इसलिए उसी मामले में वह भी सह-आरोपी थे। सू की को चार आरोपों में से प्रत्येक के लिए तीन साल और हेलीकॉप्टर खरीद से संबंधित आरोप के लिए चार साल की सजा हुई। विन माइंट को भी वही सजा मिली।
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