राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर दारुल-उलूम देवबंद के खिलाफ फतवा जारी करने और बच्चों के मुद्दों पर भ्रामक बयान देने के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। एनसीपीसीआर ने कहा है इस मामले की जांच की जाए। साथ संबंधित पोर्टल की सामग्री को प्रबंधित किया जाए।
एनसीपीसीआर ने अपने नोटिस में कहा है कि दारुल-उलूम देवबंद अपनी वेबसाइट पर फतवा जारी कर रहा है और भ्रामक बयानों का प्रचार कर रहा है जो पूरी तरह से अवैध है। नोटिस में एनसीपीसीआर ने एक शिकायत का संज्ञान लेते हुए बच्चों और उनकी शिक्षा से जुड़े एक मामले में दारुल-उलूम देवबंद पर सवाल उठाया है।
नोटिस में कहा गया है कि बच्चों के खिलाफ इस तरह के बयान या सामग्री हानिकारक है।आयोग ने कहा कि यह कार्रवाई शिकायत के आधार पर की गई है। जिसमें कहा गया है कि पोर्टल पर दी गई सामग्री देश के कानून द्वारा दिए गए अधिकारों के खिलाफ है। और पोर्टल पर जो भी सुझाव दिया गया है वह भ्रामक और गलत है। आयोग ने कहा है कि दस दिन अंदर सरकार दारुल-उलूम देवबंद के खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट दें।
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