आदमी ही नहीं, कुत्तों तक की स्वदेश वापसी, मोदी सरकार का कारनामा

आदमी ही नहीं, कुत्तों तक की स्वदेश वापसी, मोदी सरकार का कारनामा

नई दिल्ली।  भारतीय संस्कृति में जीव-प्रेम हमेशा सर्वोपरि रहा है। पेड़-पौधों,पशु-पक्षियों को मनुष्य के जीवन की तरह ही महत्व दिया गया है। केंद्र की मोदी सरकार ने एक बार फिर अपने देश इस अनमोल संस्कृति का ताजा उदाहरण समूची दुनिया के सामने पेश किया है। अफगानिस्तान में सियासी तख्तापलट के बाद छाए संकट के दौरान इस समय जहां दुनिया भर के कई छोटे-बड़े देश वहां से अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कवायद कर रहे हैं, वहीं भारत ने अपने नागरिकों समेत वफादारी में बेमिसाल माने जाने वाले कुत्तों को भी वहां से सकुशल स्वदेश वापस ले आने में कामयाबी हासिल की है।
सैनिकों के साथ लाया एयरलिफ्ट कर: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के डॉग स्क्वॉयड के इन 3 बहादुर सदस्यों को भारतीय सेना के साथ एयरलिफ्ट कर लाया गया। उन्हें पहले भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान के जरिए काबुल से गुजरात के जामनगर वायुसेना स्टेशन लाया गया। बाद में दिल्ली में ला कर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के शिविर ले जाकर सौंप दिया गया।
काबुल के भारतीय दूतावास में थे तैनात: माया, बॉबी और रूबी नामक ये कुत्ते लेब्रॉडोर, डॉबरमैन और बेल्जियम मेलिनॉइस नस्ल के हैं। वे हरियाणा के पंचकुला स्थित मशहूर डॉग ट्रेनिंग सेंटर से  प्रशिक्षित हैं। 2019 में तीनों कुत्तों को काबुल भेजा गया था। उन्हें काबुल स्थित भारतीय दूतावास में रखा गया था। तब से अब तक इन वफादार कुत्तों ने काबुल में भारतीय दूतावास, भारतीय राजदूत और इतना ही नहीं, बल्कि अफगान नागरिकों की भी सुरक्षा में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Exit mobile version