पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में भारतीय दूतावास के सामने पाकिस्तान समर्थित समूहों द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन पर भारत ने कड़ा और निर्णायक जवाब दिया है। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर यह स्पष्ट किया कि भारत ऐसे उकसावे से घबराने वाला नहीं है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है।
पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल ने भी अपने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट में कहा, “दूतावास के बाहर पाकिस्तान की तरफ से आयोजित विरोध प्रदर्शन का जवाब हमारी ओर से मौन लेकिन मजबूत और दृढ़ संदेश के साथ दिया गया, ‘ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है’। दूतावास के सभी अधिकारियों का यही दृष्टिकोण था।”
भारतीय दूतावास ने पुर्तगाल सरकार और पुलिस अधिकारियों को बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए धन्यवाद भी दिया। पुर्तगाली अधिकारियों ने दूतावास के आसपास कड़ी सुरक्षा प्रदान की और विरोध के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में पूर्ण सहयोग किया।
यह प्रतिक्रिया भारत की कूटनीतिक नीति और सैन्य निर्णय क्षमता का वैश्विक मंच पर स्पष्ट प्रदर्शन है, जो दिखाती है कि सीमा पार से आने वाले किसी भी धमकी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि भारत की संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए उसके राजनयिक मिशन पूरी तरह से एकजुट हैं और ऐसे उकसावे के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ उस सैन्य अभियान से जुड़ा है जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने शुरू किया था। इस हमले में 26 नागरिकों की हत्या हुई थी। इसके जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर सटीक और निर्णायक हमले किए थे।
