सोमवार (22 सितंबर)को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मत्रे दारा गाँव में पाकिस्तानी वायुसेना के हवाई हमलों ने भारी तबाही मचाई। स्थानीय समयानुसार तड़के करीब 2 बजे, लड़ाकू विमानों ने आठ एलएस-6 बम गिराए, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 30 लोग मारे गए।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि कई लोग घायल हुए हैं, जिनकी हालत अभी भी गंभीर है। घटनास्थल पर बच्चों समेत कई शव पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। बचाव दल मलबे के नीचे फंसे शवों को निकालने में जुटा हुआ है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत आतंकवाद-रोधी अभियानों के नाम पर पहले भी कई बार तबाह किया गया है। प्रांत पुलिस के अनुसार, जनवरी से अगस्त के बीच यहां 605 आतंकवादी घटनाएँ हुईं, जिनमें 138 नागरिक और 79 पाकिस्तानी पुलिसकर्मी मारे गए। अकेले अगस्त में ही 129 घटनाएँ दर्ज की गईं, जिनमें छह पाकिस्तानी सेना और अर्धसैनिक संघीय कांस्टेबुलरी कर्मियों की हत्या शामिल है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठन खैबर पख्तूनख्वा के अंदरूनी पहाड़ी इलाकों में अफगान सीमा के पास नए ठिकाने स्थापित कर रहे हैं। यह क्षेत्र प्राकृतिक रूप से छिपने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए उपयुक्त माना जाता है।
इस हमले से स्थानीय लोगों में भय और चिंता का वातावरण है, जबकि पाकिस्तानी सेना इलाके में नियंत्रण बनाए रखने के लिए आतंकवाद-रोधी अभियानों जारी रखने के प्रयास कर रही हैं।
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