पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने देश में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की सफल मेजबानी के लिए अपनी टीम की सराहना की और इसे वैश्विक क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक ऐतिहासिक आयोजन बताया।
रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर ट्रॉफी जीती। हालांकि, टूर्नामेंट की आधिकारिक मेजबानी पाकिस्तान ने की थी, लेकिन भारत ने सुरक्षा कारणों से अपने सभी मैच दुबई में खेले। यह पाकिस्तान द्वारा आयोजित पहला बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट था, इससे पहले 1996 में उसने भारत और श्रीलंका के साथ मिलकर वनडे विश्व कप की सह-मेजबानी की थी।
नकवी ने सोशल मीडिया पर पीसीबी टीम, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, प्रांतीय सरकारों, आईसीसी अधिकारियों और भाग लेने वाली क्रिकेट टीमों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन सभी के योगदान से यह टूर्नामेंट सफल रहा और पाकिस्तान को इसकी मेजबानी करने पर गर्व है। चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले पाकिस्तान के तीन शहरों – लाहौर, कराची और रावलपिंडी में खेले गए, जबकि भारत के मैच दुबई में आयोजित किए गए, जिसमें फाइनल भी शामिल था।
हालांकि, टूर्नामेंट के समापन के बाद एक विवाद खड़ा हो गया। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर वसीम अकरम और शोएब अख्तर ने पुरस्कार वितरण समारोह में पीसीबी के किसी भी अधिकारी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए। चूंकि पाकिस्तान आधिकारिक मेजबान था, इसलिए अकरम और अख्तर ने पीसीबी के किसी प्रतिनिधि के मंच पर न होने पर नाराजगी जताई।
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अकरम ने कहा कि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी की तबीयत खराब थी, लेकिन पीसीबी से मौजूद अन्य अधिकारी मंच पर नहीं दिखे। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था या वे खुद नहीं आए।
अख्तर ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पाकिस्तान मेजबान था, लेकिन पुरस्कार समारोह में उसका कोई भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था, जो बेहद अजीब और निराशाजनक था। उन्होंने कहा कि मेजबान होने के नाते पाकिस्तान का कम से कम एक प्रतिनिधि मंच पर जरूर होना चाहिए था।