नई दिल्ली। पीएम मोदी ब्रिटेन के ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा के सीओपी -26 सम्मेलन में शामिल होंगे। अभी इस सम्मेलन के तारीख की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि इस महीने के अंत में यह सम्मेलन हो सकता है। वही इस सम्मेलन में पीएम मोदी के शामिल होने की जानकारी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दी।
बता दें कि चीन और अमेरिका के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जक है। इस महीने के अंत में शुरू होने वाले COP26 सम्मेलन में पीएम मोदी की भागीदारी को इस अनिश्चितता के बीच महत्वपूर्ण माना गया था कि क्या चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसमें भाग लेंगे। स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन को लेकर गुरुवार को जारी किए गए लैंसेट काउंटडाउन के आंकड़ों के मुताबिक भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में 2020 में गर्मी के चलते काम के घंटों में सबसे ज्यादा नुकसान दर्ज किया।
2020 में दुनिया भर में लगभग 295 बिलियन घंटे के करीब काम कम हुआ। ये करीब 88 घंटे प्रति व्यक्ति के बराबर है। इन तीन देशों में काम के घंटे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, इन देशों को मध्यम श्रेणी में मानव विकास सूचकांक (HDI) स्कोर वाले राष्ट्रों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यहां विश्व औसत से 2.5 से 3 गुना करीब 216 से 261 घंटे प्रति व्यक्ति कम काम हुआ।