बलिया। भाजपा 2022 विधानसभा के लिए कमर कस चुकी है। बीजेपी सूबे में वापसी के लिए नए -नए प्लान बना रही है। एक ओर जहां बसपा ब्राह्मणों का सम्मेलन आयोजित करने वाली है तो बीजेपी जनप्रतिनिधि मठों और साधु-संतों को सम्मानित कर जीत का आशीर्वाद लेगी। इसके लिए तैयारी भी शुरू हो गई है। वहीं, बीजेपी और संघ ने आगामी चुनाव को लेकर मंथन किया। इसमें यह निर्णय लिया गया इस चुनाव में मोदी और योगी के कामों को लेकर चुनावी मैदान में उतरा जाए।
भाजपा के गोरक्ष प्रांत के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने सोमवार को बताया कि 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के मौके पर भाजपा के पदाधिकारी, सांसद और विधायक, मंत्री तथा निगमों के पदस्थ लोग गोरक्ष प्रांत से जुड़े सभी मठों और मंदिरों में जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान मठों व मंदिरों में साधु-संतों को अंग वस्त्र और नारियल भेंट कर सम्मानित करने के साथ ही प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में जीत के लिए उनका आशीर्वाद भी लिया जायेगा। सिंह ने बताया कि गोरक्ष प्रांत के सभी जिलों में इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों को इस बारे में दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं।गौरतलब है कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मणों को पार्टी से जोड़ने के लिए जगह-जगह ब्राह्मण सम्मेलन कराने का ऐलान किया है।
भाजपा-संघ ने बनाये प्लान: रविवार को भारतीय जनता पार्टी और स्वयं सेवक संघ की हुई बैठक में चुनाव पर मंथन हुआ। बैठक में धर्मांतरण और जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुद्दों के साथ योगी सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों और युवाओं को रोजगार देने के काम को आगे कर सियासी समर में उतरने का फैसला किया गया। बैठक में चुनावों में विपक्ष के हमलों से कैसे निपटा जाए और कैसे सरकार के कल्याणकारी कामों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जाए, इस पर फोकस किया गया। तय हुआ कि सरकार की तमाम योजनाओं के सहारे ही लोगों को मिशन-2022 के लिए साधा जाएगा।