राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज 30 नवंबर को खिलाड़ियों और कोच को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से सम्मानित किया। इस साल के खेल अवार्ड की सूची महीने की शुरुआत में ही जारी कर दी गई थी। जिसके मुताबिक इस बार एक खेल रत्न और 25 खिलाड़ियों को अर्जुन अवार्ड देने का फैसला किया गया था। टेबल टेनिस की दुनिया में कमाल करने वाले दिग्गज खिलाड़ी खिलाड़ी अचंता शरत कमल को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शरत के नाम राष्ट्रमंडल खेलों में कुल सात स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक हैं। एशियाई खेलों और एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने दो-दो कांस्य जीत हैं। शरत कमल खेल रत्न पाने वाले दूसरे टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। उनसे पहले मनिका बत्रा को यह पुरस्कार दिया जा चुका है। हालांकि हैरान करनेवाली बात यह रही कि इन दोनों सूची में कोई भी क्रिकेटर नहीं शामिल था।
सात कोच द्रोणाचार्य अवॉर्ड से और चार खिलाड़ी ध्यानचंद अवॉर्ड से सम्मानित किए गए। यह सभी पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए। अर्जुन अवॉर्ड के लिए सम्मानित किए गए अधिकतर खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के लिए पदक लेकर आए थे। जिसमें बैडमिंटन से लेकर मुक्केबाजी और अन्य खेलों के एथलीट शामिल हैं। इसके अलावा रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाड को भी लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
देश को कॉमनवेल्थ खेलों में बॉक्सिंग का पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले बॉक्सर मोहम्मद अली कमर को द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 2002 के मैनचेस्टर कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले अली कमर को टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के लिए महिला बॉक्सिंग टीम का हेड कोच नियुक्त किया गया था। लवलीना बोरगोहेन ने उन्हीं की देखरेख में मेडल जीता था। लाइफटाइम अचीवमेंट यह पुरस्कार खेल-कूद में आजीवन उपलब्धि के लिए वर्ष 2002 में शुरू किया गया सर्वोच्च पुरस्कार है। यह पुरस्कार महान भारतीय हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर है।
भारत में सबसे पुराना राष्ट्रीय खेल पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार है। वर्ष 1961 में इसकी शुरुआत हुई थी। खेल में अपनी उत्कृष्टता के लिए खेल हस्तियों को समर्पित यह पुरस्कार खेल रत्न के बाद दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। यह पुरस्कार बेहतरीन प्रदर्शन, लीडरशिप क्वालिटी, खेल भावना और अनुशासन के लिए दिया जाता है। वर्ष 1985 में शुरू हुआ द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रतिष्ठित प्रशिक्षकों को दिया जाता है, जिनके द्वारा तैयार किए गए खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में देश का मान बढ़ाते हैं और मेडल जीतकर लाते हैं। इस पुरस्कार से खिलाड़ियों के कोच को सम्मानित किया जाता है।
अर्जुन अवार्ड के लिए चुने गए 25 खिलाड़ी में- सीमा पूनिया (एथलेटिक्स), एल्डहोस पॉल (एथलेटिक्स), अविनाश साबले (एथलेटिक्स), लक्ष्य सेन (बैडमिंटन), एच एस प्रणय (बैडमिंटन), अमित (मुक्केबाजी), निकहत जरीन (मुक्केबाजी), भक्ति कुलकर्णी (शतरंज), आर प्रज्ञानानंदा (शतरंज), दीप ग्रेस इक्का (हॉकी), सुशीला देवी (जूडो), साक्षी कुमारी (कबड्डी), नयन मोनी सैकिया (लॉनबॉल), सागर ओव्हालकर (मलखम्ब), इलावेनिल वालारिवान (निशानेबाजी), ओमप्रकाश मिठारवाल (निशानेबाजी), श्रीजा अकुला (टेबल टेनिस), विकास ठाकुर (भारोत्तोलन), अंशु (कुश्ती), सरिता (कुश्ती), परवीन (वुशू), मानसी जोशी (पैरा बैडमिंटन), तरूण ढिल्लो (पैरा बैडमिंटन), स्वप्निल पाटिल (पैरा तैराकी), जर्लिन अनिका जे (बधिर बैडमिंटन) इनके नाम शामिल है।
लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए अश्विनी अकुंजी सी (एथलेटिक्स), धर्मवीर सिंह (हॉकी), बीसी सुरेश (कबड्डी), नीर बहादुर गुरुंग (पैरा एथलेटिक्स) का नाम हैं।
सामान्य कैटेगरी में जीवनजोत सिंह तेजा (तीरंदाजी), मोहम्मद अली कमर (बॉक्सिंग), सुमा सिद्धार्थ शिरुर (पैरा शूटिंग), सुजीत मान (कुश्ती) का नाम शामिल हैं।
लाइफटाइम कैटेगरी में दिनेश जवाहर लाड (क्रिकेट), बिमल प्रफुल्ल घोष (फुटबॉल), राज सिंह (कुश्ती) का नाम शामिल हैं।
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