चंदौली। PM Narendra Modi मन की बात में यूपी के चंदौली जिले शिवपाल सिंह के संघर्ष की कहानी सुनाई तो उनके परिवार के लोग बेहद भावुक हो गए, शिवपाल ओलंपिक में जाने वाली टीम में शामिल हैं, पूर्वी यूपी के बनारस से सटे जिले चंदौली के धानापुर विकासखंड के हिंगुतरगढ के माटी के लाल शिवपाल इस बार टोक्यो ओलंपिक के जोली जैवलिन थ्रो में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं, उनका और उनके परिवार का एक ही सपना है कि वह गोल्ड जीतकर ही लौटें, पीएसी में तैनात कांस्टेबल रामाश्रय सिंह के बड़े पुत्र शिवपाल सिंह ने एक बार फिर क्षेत्र ही नहीं पूरे जनपद का मान बढ़ाया है, भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल के टोक्यो ओलंपिक में चयन से उनके गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर इन दिनों है,उनके पिता पीएसी में है और वर्तमान में राजा रामनगर वाराणसी के किले में तैनात है।
शिवपाल और उनके छोटे भाई नंदकिशोर का बचपन से ही खेल में जाने का सपना रहा है, शिवपाल के चाचा जगमोहन भी जैवलिन के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं जो नेवी में तैनात हैं, शिवपाल की प्रतिभा को देखते हुए उनके चाचा जगमोहन 13 साल की अवस्था में ही उन्हें अपने साथ दिल्ली ले आए और जेवलिन थ्रो की ट्रेनिंग दिलाई. स्पोर्ट्स कोटे से ही शिवपाल एयरफोर्स में भर्ती हुए. वर्ष 2018 में एशियन गेम्स, वर्ष 2019 में नेशनल फेडरेशन कप एथलेटिक चैंपियनशिप सहित वर्ष 2019 में प्रदेश सरकार ने उन्हें लक्ष्मण पुरस्कार से भी सम्मानित किया था। शिवपाल सिंह के पिता रामाश्रय सिंह वाराणसी में रामनगर में 34 वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं. हिंगुतरगढ़ के मूल निवासी शिवपाल सिंह के जुनून के आगे कड़ी धूप और कड़ाके की ठंड भी कोई मायने नहीं रखती थी।