परमाणु अभ्यास में ब्रिटेन और अमेरिका को दुनिया के नक्शे से मिटाने की तैयारी में पुतिन

रूस लगातार अमेरिका समेत पश्चिमी देशों पर नाराजगी जता रहा हैं।

परमाणु अभ्यास में ब्रिटेन और अमेरिका को दुनिया के नक्शे से मिटाने की तैयारी में पुतिन

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले आठ महीने से छिड़ी जंग अब भी जारी है। वहीं दिन ब दिन युद्ध की स्थिति और भी भयावह होती जा रही है। वहीं आशंका यह भी जताई जा रही थी कि रूस यूक्रेन पर परमाणु हमला कर सकता है, लेकिन बीते दिन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बात को पूरी तरह से नकार दिया। हालांकि, रूस लगातार अमेरिका समेत पश्चिमी देशों पर नाराजगी जताता रहा है। वहीं एक टॉप रूसी मिलिट्री विशेषज्ञ ने दावा किया है कि व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु अभ्यास में ब्रिटेन और अमेरिका को दुनिया के नक्शे से मिटाने का पूर्वाभ्यास किया है।

रूस की राष्ट्रीय रक्षा पत्रिका के एडिटर-इन-चीफ कर्नल इगोर कोरोटचेंको ने कहा कि यह अभ्यास ब्रिटेन और अमेरिका को जवाबी हमले में मिटाने का अभ्यास करने के लिए किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के बाद ब्रिटेन अटलांटिक महासागर में समा जाएगा, जबकि अमेरिका के स्थान पर कॉमरेड स्टालिन के नाम पर एक समुद्री जलडमरूमध्य होगा। कोरोटचेंको ने बताया कि रणनीतिक प्रशिक्षण अभ्यास का उद्देश्य था, जिसे ‘ऑपरेशन थंडर’ के रूप में जाना जाता है। इसे पुतिन ने यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच में शुरू किया है, जिसपर पूरी दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं।

‘द सन’ वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने कहा कि मैं जज नहीं कर रहा हूं, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह रूसी अभ्यास एक जवाबी कार्रवाई के लिए किया जा रहा था। ऐसे में दुश्मनों को शांत हो जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि हम कोई ब्लैकमेल नहीं कर रहे हैं। लेकिन अगर हमला हम पर होता है तो हम वास्तव में यही करेंगे। बीते दिनों अभ्यास के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। जिसके बाद क्रेमलिन ने भी बयान दिया है कि अभ्यास के लिए निर्धारित सभी कार्यों को पूरा किया गया और जिन मिसाइलों का परीक्षण किया गया, वे अपने निर्धारित लक्ष्य तक पहुंच गईं।

हालांकि बीते दिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर इनकार किया लेकिन वहां के संघर्ष को पश्चिम द्वारा अपने वैश्विक प्रभुत्व को सुरक्षित करने के कथित प्रयासों को हिस्सा बताया। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि वैश्विक प्रभुत्व के लिए पश्चिम देशों के प्रयास निरर्थक होंगे। पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय विदेश नीति विशेषज्ञों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन पर परमाणु हथियारों से हमला करना निरर्थक है। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमें इसकी कोई जरूरत नहीं दिख रही है। इसका कोई मतलब नहीं है, न तो राजनीतिक और न ही सैन्य। वहीं पुतिन ने अपने लंबे भाषण में अमेरिका और उसके सहयोगियों पर जमकर निशान साधते हुए उनपर प्रभुत्व के “खतरनाक, रक्तरंजित और गंदे” खेल में अन्य देशों पर अपनी शर्तों को थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

ये भी देखें 

यूक्रेन के कई प्रमुख शहरों को तबाह करने पर तुला रूस

Exit mobile version