जम्मू कश्मीर में आतंकवाद में कमी आई है। इस बात की जानकारी संसद में गृह मंत्रालय ने दी। संसद में मंत्रालय ने लिखित जानकारी देते हुए बताया कि 2018 में 417 आतंकी घटनाएं हुई थीं । जबकि 2021 में यह संख्या घटकर 229 पर आ गई है। जिसमें जवान और जनता की काम जाने गई थी। केंद्र सरकार ने बताया कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ पहले कि अपेक्षा सुरक्षा व्यवस्था काफी सुधरी है और इसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिल रहा है।
2021 में 229 आतंकी हमले: गृह मंत्रालय ने अपने आकंड़े में बताया है कि जम्मू कश्मीर में 2021 में 229 आतंकी हमले हुए थे, जिसमें 42 सुरक्षा जवान शहीद हुए थे। जबकि 41 आम नागरिकों की जान गई थी। वहीं, इससे पहले 2020 में 244 आतंकी हमले में हुए थे, जिसमें 62 भारतीय जवान शहीद हुए थे। वहीं 37 आम नागरिक मारे गए थे। इसी तरह 2019 में 255 आतंकी हमले किये गए थे जिसमें 80 जवान शहीद हुए थे 39 आम नागरिक को निशाना बनाया गया था।
उग्रवाद में भी भारी कमी: सरकार ने दावा किया कि आतंकवाद कि तरह ही उग्रवाद में भी भारी कमी देखने को मिली है। बताया जा रहा है कि 2009 में 2258 नक्सली घटनाएं हुई थीं। इसके बाद 2021 आते यह संख्या लगातार घटती रही और यह संख्या 509 रह गई। 2010 में हुई नक्सली हमले में 1005 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। जबकि यह 2021 147 पर आ गई है। मंत्रालय की रिपोेर्ट में कहा गया है कि 2010 में देश के 96 जिले नक्सलियों के कब्जे में थे,यानी इन जिलों में उग्रवादियों ने हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था, लेकिन 2021 में कमी आई और केवल 46 जिले ही नक्सलियों से प्रभावित हैं।
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