रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव शहर पर हमला कर दिया है|रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कीव में स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, एक अपार्टमेंट ब्लॉक क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस सशस्त्र बलों के ऑपरेशनल कमांड ने ’एक्स’ पर लिखा कि रूस ने यूक्रेन के पश्चिम में और पोलिश सीमा के पास के इलाकों को भी निशाना बनाया है।
यूक्रेनवासी कुछ समय से रूसी मिसाइल हमलों की उम्मीद कर रहे थे।अमेरिकी दूतावास ने पिछले सप्ताह यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस के आसपास हमले की चेतावनी दी थी। रूस ने सोमवार को दो ड्रोन हमले किए| यूक्रेनी सेना ने बताया कि इस हमले में कोई जानमाल या आर्थिक नुकसान नहीं हुआ है।
कीव के सैन्य प्रशासन के प्रमुख सेरही पोपको ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर कहा, लगभग 2:30 बजे, कीव के आसपास के क्षेत्र में 10 ड्रोन नष्ट कर दिए गए। इस बीच, इस मामले में रूस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है| रूस और यूक्रेन दोनों ने एक-दूसरे के नागरिकों को निशाना बनाने की खबरों का खंडन किया है।
यूक्रेन युद्ध के खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं, ऐसे में यूक्रेन के अचानक उठाए गए साहसिक कदम से युद्ध में नया मोड़ आने की संभावना है। वास्तव में, इतने लंबे समय से, कई महीनों से, रूस ने यूक्रेन के कई क्षेत्रों में घुसपैठ की है, और यूक्रेन रूसियों को बाहर निकालने के लिए बेतहाशा कोशिश कर रहा है। लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर आक्रमण किया है| इस प्रकार रूस की सीमा को ही पार करते हुए यूक्रेन ने उस देश को एक अप्रत्याशित दुविधा में फंसा दिया।इसलिए कहा जा रहा है कि रूस ने ये जवाबी हमला किया है|
रूस में आपातकाल: 7 अगस्त को, यूक्रेनी सैनिकों और बख्तरबंद इकाइयों ने यूक्रेन की सीमा से लगे रूसी प्रांत कुर्स्क पर हमला कर दिया। पश्चिमी समाचार एजेंसियों ने बताया कि सैनिकों और इकाइयों ने यूक्रेन के सुमी शहर को छोड़ दिया और सुजा शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर रूस की सीमा पार कर गईं। सटीक स्थिति क्या है, इसका विवरण बार-बार आ रहा है।10 अगस्त तक 76,000 नागरिक कुर्स्क क्षेत्र से भाग गए थे और रूसी सरकार को वहां आपातकाल की स्थिति घोषित करनी पड़ी।
कुर्स्क के गवर्नर ने बताया है कि लगभग 28 कस्बों और गांवों पर यूक्रेन ने कब्जा कर लिया है| चूँकि हमला काफी हद तक अप्रत्याशित था, रूसी सरकार नागरिकों को सुरक्षित निकालने की योजना नहीं बना सकी। यूक्रेन पर ताजा हमले के बाद पूरे युद्ध के दौरान रूसी सरकार पर ढिलाई बरतने के आरोपों को नई धार मिली है|
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