अभिनेत्री कंगना राणावत पहली बार संसद में सांसद चुनी गई हैं। उन्होंने इस साल का लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से जीता। इसके बाद उन्होंने विपक्षी दलों की कड़े शब्दों में आलोचना करना शुरू कर दिया है| कुछ महीने पहले दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कंगना राणावत ने हाल ही में आलोचनात्मक रुख अपनाया था| अपनी प्रतिकूल प्रतिक्रिया के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने कंगना राणावत के बयान पर सफाई दी है|
सांसद कंगना राणावत ने क्या कहा?: कंगना राणावत ने रविवार को एक अखबार को दिए इंटरव्यू में किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया| “किसान आंदोलन के दौरान हत्या और बलात्कार की घटनाएं हुईं। खैर, केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस ले लिये। वरना वहां तो बड़ी साजिश रची जा रही थी| कंगना राणावत ने कहा, वे लोग कुछ भी कर सकते थे।
“अगर किसान आंदोलन के दौरान देश का नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो ये लोग पंजाब में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा कर देते। उसके लिए एक बड़ी योजना थी| किसान आंदोलन के नाम पर जो शुरू हुआ वह सबने देखा है। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा, ”केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद प्रदर्शनकारी सदमे में हैं|”
बयान की आलोचना, भाजपा की सफाई: इस बीच, भाजपा सांसद के तौर पर कंगना राणावत के बयान पर पार्टी की व्यापक आलोचना हो रही है| इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है| पार्टी ने कंगना राणावत के बयान से असहमति जताई है|
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी ने साफ कर दिया है कि कंगना राणावत के पास पार्टी की नीति के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करने का न तो अधिकार है और न ही इसकी अनुमति है| मंडी से भाजपा सांसद कंगना राणावत को अब ऐसे बयान न देने की हिदायत दी गई है| साथ ही, उनके पास पार्टी की स्थिति पेश करने की कोई अनुमति या अधिकार नहीं है,” रिपोर्ट में कहा गया है।
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