यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच फंसे विभिन्न राज्यों से यूक्रेन में पढाई करने गए भारतीय छात्रों को “मिशन गंगा” के तहत भारत लाया जा रहा है| इसी क्रम में यूपी के रामपुर की रहने वाली छात्रा सहर खान अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई छोड़कर अपने वतन भारत पहुंच गई है|
उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित नूर महल कॉलोनी निवासी निज़ामत खान की बेटी सहर खान डॉक्टर बनने का सपना लेकर यूक्रेन की उज़हार्ड नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस में एडमिशन लिया| अब सहर खान एमबीबीएस सेकेंड वर्ष की छात्रा है|यूक्रेन और रूस की जंग शुरू होने पर भारत से पढ़ाई करने गए छात्र-छात्रा वहां बुरी तरह से फंस गए है|इस बीच रामपुर निवासी सहर खान काफी दिक्कतों का सामना करके 30 घंटे के बाद अपने वतन भारत पहुंची|
यूनिवर्सिटी से 24 किलोमीटर दूर हंगरी बॉर्डर चार बसों से छात्र-छात्राओं के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन की मदद से 40 मिनट में पहुंच गई,लेकिन वहां से एयरपोर्ट पहुंचने में 15 घंटे का समय लगा|चेक पोस्ट पर काफी समय खड़ा होना पड़ा| वहां 8 घंटे बाद फ्लाइट से वह भारत पहुंची|वहीं सहर खान ने कहा कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हमें आश्वासन दिया कि बाकी जो बच्चे यूक्रेन में बचे हैं उनको भी बुलाया जाएगा|
अपने देश आने के बाद वो रामपुर के नूर महल कॉलोनी स्थित अपने आवास पहुंची| माता-पिता ने बेटी का स्वागत किया और चेन की सांस ली|सहर खान के पिता निज़ामत खान ने कहा कि टीवी में यूक्रेन और रूस की जंग के बारे में देखकर अपनी बेटी की वजह से हमारा दिल बहुत परेशान हो रहा था| मोदी सरकार ने हमारी बहुत मदद की है, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत शुक्र गुज़ार है|
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