दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से बहुत से इलाकों में हालात अभी भी बदतर है। बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की वजह से जीवन व्यवस्था पर इसका बुरा प्रभाव पड़ा। हालांकि यमुना का जलस्तर तो घट रहा है, लेकिन कई इलाकों में पानी अब भी भरा हुआ है। बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है। ये राहत शिविर स्कूलों में खोले गए हैं, जिसके कारण दिल्ली के सभी स्कूल 17 और 18 जुलाई को बंद रहेंगे। दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने ये निर्देश जारी किया है।
जिन एरिया में समस्या ज्यादा है डायरेक्ट्रेट ऑफ एजुकेशन ने केवल वहां स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। इनमें ईस्ट, नॉर्थ ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट–ए, सेंट्रल और साउथ ईस्ट के स्कूल शामिल हैं। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ते रहने के कारण 13 जुलाई को, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने दिल्ली में गैर-आवश्यक सेवाओं के लिए सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ सभी स्कूलों और कॉलेजों को 16 जुलाई तक बंद करने का निर्देश दिया था।
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ऐलान किया कि सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, यमुना किनारे रहने वाले गरीब परिवारों ने बाढ़ में अपने घर खो दिए हैं। कुछ ने अपना सारा सामान गंवा दिया है। उन्होंने आगे लिखा कि बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
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