पुलिस को जानकारी मिली थी कि हॉस्टल परिसर से संगठित तरीके से देह व्यापार चलाया जा रहा है और यहां से युवतियों को अलग-अलग स्थानों पर भेजा जाता था। सूचना के आधार पर तत्काल टीम गठित की गई और छापेमारी की गई। मौके से पकड़े गए युवक-युवतियों से गहन पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि लंबे समय से हॉस्टल का इस्तेमाल सेक्स रैकेट के ठिकाने के रूप में हो रहा था। गिरोह लड़कियों को यहां रखकर बाहर भेजता था और इसके बदले मोटी रकम वसूली जाती थी। छापेमारी अभियान में सिटी डीएसपी वेंकटेश रमन, कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय, लालपुर थाना प्रभारी रूपेश कुमार समेत जिले के कई पुलिस अधिकारी शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि यह मामला गंभीर है और इसमें हॉस्टल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने संदेह जताया कि इस रैकेट से कई बाहरी लोग भी जुड़े हो सकते हैं। जांच का दायरा बढ़ाते हुए संभावित सरगनाओं और सहयोगियों को चिह्नित किया जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ के बाद कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है और जल्द ही रैकेट से जुड़े मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके पहले 19 अगस्त को झारखंड के हजारीबाग में पुलिस ने बड़ा सेक्स रैकेट पकड़ा था।
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