अतीक के जनाजे पर आई थी शाइस्ता, करना चाहती थी शौहर का आखिरी दीदार!

अतीक के वफादार के घर रुकी थी शाइस्ता।

अतीक के जनाजे पर आई थी शाइस्ता, करना चाहती थी शौहर का आखिरी दीदार!

माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की मौत के बाद पुलिस यह सोचकर सतर्क हो गई थी कि अतीक की पत्नी शाइस्ता अपने पति और देवर को अंतिम विदाई देने जरूर आएगी। लेकिन शाइस्ता ने अपने पति और देवर के अंतिम दर्शन भी नहीं किए। लेकिन अब खबर मिली है कि शाइस्ता परवीन चोरी-छिपे अपने पति और देवर के जनाजे में शामिल होने आई थी।

वो अतीक की हत्या के बाद आखिरी बार उसको देखना चाहती थी। लेकिन पुलिस के कड़े पहरे की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाई। अतीक की हत्या के अगले दिन शाइस्ता खुल्दाबाद पहुंची थी। वह करीबी जफरउल्लाह के घर पर ठहरी थी। उस समय शाइस्ता के साथ उमेश पाल हत्याकांड का ही 5 लाख का इनामी साबिर भी था। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार है।

पुलिस को इस बात की जानकारी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए बेटे असद अहमद के दोस्त आतिन जफर को हिरासत में लिए जाने के दौरान हुई। आतीन माफिया के बेटे असद का दोस्त था और उसके साथ लखनऊ में रहता था। उमेश पाल हत्याकांड के बाद वह भी प्रयागराज भाग आया था। आतीन का पिता जफर पहले से ही लखनऊ जेल में बंद है। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि 15 अप्रैल को शाइस्ता और साबिर उसके खुल्दाबाद के घर पर आए थे।

शाइस्ता परवीन कुछ बुर्कानशीं महिलाओं के साथ कसारी-मसारी कब्रिस्तान जाने की फिराक में थी। पुलिस प्रशासन की ओर से जिस तरह से कब्रिस्तान के आसपास पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया उसके बाद शाइस्ता को अपना इरादा बदलना पड़ा था।

इस खुलासे के बाद पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे है। प्रयागराज पुलिस शाइस्ता की लंबे समय से तलाश कर रही है, लेकिन फिर भी उसे नहीं ढूंढ पाई। वहीं, जब शाइस्ता जब अतीक के जनाजे में शामिल होने के लिए प्रयागराज आती है तो भी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती। जबकि पुलिस ने कब्रिस्तान और आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील किया हुआ था।

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