टाइटैनिक के मलबे को देखने गया एक दल पनडुब्बी के साथ लापता हो गया है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर यह पनडुब्बी अटलांटिक महासागर में किस स्थान पर लापता हुई। बता दें कि लापता होने वालों में हाशिम हार्डिंग भी शामिल हैं जो पिछले साल भारत में नामीबिया से भारत आठ चीतों को लाने वाले विमान को उड़ाया था। बताया जा रहा है कि अब केवल 70 घंटे की ही ऑक्सीजन बची हुई है।
बताया जा रहा है कि यह पनडुब्बी एक साथ पांच लोगों को ले जा सकती है। वहीं टाइटैनिक के मलबे तक पहुंचने में आठ घंटे लगता है। अब इन लापता दल को बचाव के लिया एक दल सक्रिय हो गया है। पनडुब्बी को खोजने के लिए ट्रैक किया जा रहा है। वहीं ,इस संबंध में पनडुब्बी बनाने वाली कम्पनी ने कहा है कि लापता लोगों को सुरक्षित लाने का प्रयास करेगा। इसके लिए विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
बताया जा रहा है यह पनडुब्बी चार दिन तक ऑक्सीजन की सप्लाई करती है। वहीं, इस पर एक चालक, तीन गेस्ट और एक एक्सपर्ट इस पनडुब्बी पर सफर तय कर सकते हैं। बता दें कि टाइटैनिक 1912 में अटलांटिक महासागर में एक हिमखंड से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसमें 1500 लोग मारे गए थे। टाइटैनिक के मलबे को 1985 में खोजा गया था। इस पनडुब्बी में जाने वालों में ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग अपने सौतले बेटे के साथ गायब हैं। इसके शहजादा दाउद और उनका बेटा सुलेमान भी पनडुब्बी पर सवार था। इसके अलावा पाल हेनरी नार्गोलेट भी उन पांच लोगों में शामिल हैं जो के टाइटैनिक के मलबे को देखने जा रहे थे। अन्य व्यक्ति स्टॉकटन रश भी शामिल हैं।
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