मुंबई यातायात पुलिस को एक शख्स ने मैसेज करते हुए जानकारी दी कि अन्डरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम, प्रधानमंत्री मोदी को नुकसान पहुँचने वाला है। हालांकि, बाद में जांच के दौरान पता चला कि मैसेज और ऑडिओ क्लिप्स फर्जी निकले। मैसेज मिलते ही यातायात पुलिस के जवानों ने वर्ली पुलिस स्टेशन को जानकारी दी और क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले की जानकारी जुटाना शुरू कर दी। फिलहाल इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब यातायात पोलिस को इस तरह के संदेश मिले हैं। अगस्त महीने में भी एक शख्स ने 26/11 जैसा हमला होने का दावा किया था।
हालांकि इस घटना में शामिल संदिग्ध व्यक्ति का लोकेशन पश्चिम बंगाल से मिली है। जिसने पुलिस को एक दर्जन से ज्यादा ऑडिओ क्लिप्स, कई अलग-अलग लोगों की तस्वीर, एक कंपनी के एमडी की फोटो, साथ ही एक आधार कार्ड समेत कई चीजें व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर पर भेजी हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि संदिग्ध ने बयान जारी कर कहा कि दाऊद के दो लोग उसके साथ ज्वैलरी यूनिट में काम करते थे।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि शख्स की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसने हाल ही में अपने भाई को गंवाया है और 4 महीने पहले ही उसकी नौकरी चली गई। साथ ही यह भी पता चला की संदिग्ध केरल के गोल्ड शोरूम में काम करता था। वहीं काम से निकाले जाने के बाद वह पश्चिम बंगाल में अपने घर वापस आ गया था।
इससे पहले सांताक्रूज में रहने वाले एक शख्स को भी एक धमकी भरा फोन आया था। उसने सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई थी। धमकी में कहा गया था कि, बम ब्लास्ट करना है, भारत में तबाही मचानी है। इसके बाद मुंबई पुलिस अलर्ट हो गई थी। थोड़े दिन पहले इसी तरह मुकेश अंबानी और उनके परिवार को और उनके अस्पताल को उड़ाने की धमकी देने वाला कॉल आया था। लेकिन बाद मे ये धमकियां झूठी साबित हुईं।
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