लखनऊ। तंबाकू एक ऐसी वस्तु है जिससे दुनिया का हर व्यक्ति परिचित है। चाहे कोई तंबाकू का सेवन करता हो या ना करता हूं मगर उसके दुष्परिणामों का हर व्यक्ति को ज्ञान है। आज तंबाकू दुनिया के सामने सबसे बड़ी महामारी बनी हुई है। दुनिया में सबसे अधिक मौत का कारण भी तंबाकू है। उसके उपरांत भी सबसे अधिक व्यक्ति तंबाकू का सेवन करते हैं। यह बातें विपिन प्रियंका प्रोडक्शन द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित तंबाकू और उसके दुष्परिणाम मैं निकल कर सामने आई, इस मौके पर विपिन प्रियंका प्रोडक्शन के चेयरमैन डॉ विपिन अग्निहोत्री ने बताया कि
भारत दुनिया में तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश है। भारत में 42 करोड लोग धूम्रपान और चबाकर दोनों तरह से तंबाकू का उपयोग करते हैं। धूम्रपान में भारत में सबसे अधिक बीड़ी का उपयोग किया जाता है। भारत में पुरुषों में सभी तरह के पुरूष कैंसर मरीजों में से लगभग 45 प्रतिशत व महिलाओं में से लगभग 70 प्रतिशत कैंसर मरीज मुख के कैंसर से पीड़ित हैं। समाज सेवी रक्षित सिन्हा के मुताबिक चार हजार से अधिक प्रकार के रसायन तंबाकू के धुएं में पाए जाते हैं। तंबाकू में पाए जाने वाला मुख्य रसायन निकोटीन है जो अत्यधिक नशीला रसायन है। इसका लंबी अवधि तक प्रयोग व्यक्ति के शरीर को इसके सेवन का आदी बना देता है। लगातार तंबाकू के उपयोग से मनुष्य के शरीर का लगभग हर प्रमुख अंग प्रभावित होता है। जिस कारण उसके उपयोग करने वाले की मौत हो सकती है।
दुनिया की सबसे बड़ी महामारी है तंबाकू : डॉ विपिन अग्निहोत्री
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हुई वेबीनार